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CG: बरसात में जलजनित बीमारियों के खिलाफ जागरूकता अभियान, स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम बनाने का निर्देश
अमर उजाला नेटवर्क, बलौदा बाजार
Published by: श्याम जी.
Updated Thu, 03 Jul 2025 05:20 PM IST
सार
बलौदा बाजार जिले में स्वच्छता और जलजनित बीमारियों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान शुरू किया गांव-गांव जाकर स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस दौरान जल परीक्षण और वाटर हार्वेस्टिंग पर जोर दिया जाएगा।
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व्यापक जागरूकता अभियान
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बरसात के मौसम में जलजनित व खाद्यजनित बीमारियों से ग्रामीणों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जिले में व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के तहत गांव-गांव जाकर स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। इस संबंध में कलेक्टर दीपक सोनी ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) विभाग के मैदानी अमलों, सरपंचों व सचिवों के साथ संपर्क केंद्र से ऑनलाइन बैठक लेकर आवश्यक निर्देश जारी किए।
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बैठक में जिला पंचायत सीईओ दिव्या अग्रवाल व सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार अवस्थी भी उपस्थित रहे। कलेक्टर सोनी ने कहा कि आगामी दो-तीन माह तक ग्रामीणों को पानी उबालकर पीने, बर्तन में क्लोरीन की गोली डालने, गरम व ताजा भोजन का सेवन करने और जल स्रोतों के आसपास साफ-सफाई रखने के लिए प्रेरित किया जाए।
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जल परीक्षण को लेकर विशेष पहल
कलेक्टर ने पीएचई विभाग को निर्देशित किया कि प्रत्येक पंचायत में जल वाहिनी व तकनीशियन के नाम व मोबाइल नंबर का दीवार लेखन करवाया जाए। किसी व्यक्ति को पेट दर्द या उल्टी की शिकायत होने पर मितानिन से संपर्क कर दवा ली जाए और आवश्यकतानुसार अस्पताल पहुंचाया जाए। जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल कनेक्शन से मिलने वाले पानी की गुणवत्ता की जांच बोर, टंकी और नल के पानी से कराई जाएगी। पानी में बैक्टीरिया पाए जाने पर उपयोग तुरंत बंद कर जल स्रोतों को सील कर नमूना पीएचई लैब भेजा जाएगा। जांच में पॉजिटिव पाए जाने पर टंकी सफाई, क्लोरीनेशन, पाइपलाइन निरीक्षण जैसे सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
एफटीके किट से ग्रामीणों को दी जाएगी जानकारी
ग्रामीणों को एफटीके किट के माध्यम से पानी की जांच की प्रक्रिया से अवगत कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। पीएचई विभाग को अभियान चलाकर गांवों में लोगों को इस किट के उपयोग की जानकारी देने को कहा गया है।
स्कूलों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य
कलेक्टर ने वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने के लिए अगले एक माह में जिले के सभी शासकीय और निजी स्कूल भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से स्थापित कराने के निर्देश दिए हैं। छतों से बहते पानी को संग्रहित करने पाइपलाइन की व्यवस्था की जाएगी।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 की तैयारी
ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर ने शौचालय उपयोग, सामुदायिक शौचालयों की नियमित सफाई और स्वच्छता को प्राथमिकता देने को कहा है। "मोर गांव मोर पानी" महाअभियान के अंतर्गत अब तक जिले में 8600 सोखता गड्ढों का निर्माण और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 8813 आवासों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम स्थापित किया गया है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।