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CG News: धमतरी में बाघ के पगमार्क मिलने के बाद वन विभाग का प्रशिक्षण कार्यक्रम, अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए
अमर उजाला नेटवर्क, धमतरी
Published by: अनुज कुमार
Updated Thu, 16 Oct 2025 09:07 PM IST
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सार
धमतरी वनमंडल के दुगली-केकती क्षेत्रों में बाघ पगमार्क मिलने के बाद वन विभाग ने चौकीदार से डीएफओ स्तर के 100+ कर्मियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित किया। जिसमें डॉ. राजेन्द्र मिश्रा ने बाघ निगरानी, पीईपी निर्माण व एंटी-स्नेयर वॉक पर मार्गदर्शन दिया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
धमतरी वनमंडल के वन परिक्षेत्रों में बाघ के पगमार्क मिलने के बाद वन विभाग ने सुरक्षा और संरक्षण को और मजबूत बनाने हेतु प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। नगरी तहसील के ग्राम दुगली, केकती सेंटर में आयोजित इस प्रशिक्षण में वन चौकीदार से लेकर वनमंडलाधिकारी स्तर के अधिकारी/कर्मचारी शामिल हुए।

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डॉ. राजेन्द्र मिश्रा, सदस्य जैव विविधता बोर्ड, रायपुर ने बाघ निगरानी, सुरक्षा, संरक्षण और रणनीति संबंधी मार्गदर्शन दिया।शिक्षण में राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एस.ओ.पी.) के तहत बाघ विचरण क्षेत्रों में पीईपी (प्रेशर इम्प्रैशन पैड) निर्माण, ट्रैकिंग, एंटी-स्नेयर वॉक और संयुक्त गस्ती दल द्वारा निगरानी जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
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साथ ही ग्रामीणों में जागरूकता बढ़ाने की रणनीतियों पर भी जोर दिया गया। धमतरी जिले के जिला प्रमुख डी.एफ.ओ. श्रीकृष्ण जाधव ने बताया कि वन अमले द्वारा बाघ के पगमार्क की नियमित निगरानी की जा रही है और ग्रामीणों को सुरक्षा उपायों से अवगत कराया जा रहा है। इसका उद्देश्य बाघ संरक्षण के साथ मानव-बाघ संघर्ष को न्यूनतम करना है।