सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Columns ›   Opinion ›   How Deep Seek became Artificial Intelligence star Now Chinese govt and innovation balance is big challenge

तकनीकी: डीप सीक स्टार्टअप कैसे बना एआई स्टार; अब चीनी सरकार और अपने नवाचार में सामंजस्य की चुनौती

मेघन टोबिन, द न्यूयॉर्क टाइम्स Published by: दीपक कुमार शर्मा Updated Thu, 30 Jan 2025 06:24 AM IST
सार
एक हेज फंड की दिमागी उपज डीपसीक ने चिप अर्जित करने की चुनौतियों के बीच ओपनएआई के मानवता की सेवा वाले और पैसा कमाने के उद्देश्यों से परे सिर्फ तकनीक की खातिर शोध पर भरपूर जोर देकर एक ऐसा मॉडल तैयार कर दिया, जिसके बारे में कहा जा रहा है कि यह एआई की दुनिया ही बदल देगा।
विज्ञापन
loader
How Deep Seek became Artificial Intelligence star Now Chinese govt and innovation balance is big challenge
एआई (प्रतीकात्मक फोटो) - फोटो : अमर उजाला

विस्तार
Follow Us

करीब दो वर्ष पहले, बायडू और अलीबाबा जैसी नामचीन चीनी तकनीकी कंपनियां अपनी नई दिखावटी घोषणाओं और नए चैटबॉट्स के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) के क्षेत्र में जल्द ही सिलिकॉन वैली को भी पीछे छोड़ने का दावा कर रही थीं। लेकिन बाजी मारी डीपसीक ने, जो शुरुआत से ही अलग नजरिये से काम करती हुई शोध पर अपना ध्यान केंद्रित कर रही थी। इस चीनी स्टार्टअप ने अमेरिकी कंपनियों की तुलना में ज्यादा सस्ता व शक्तिशाली एआई मॉडल बनाकर पूरी दुनिया में हलचल मचा दी है। बगैर किसी शोर-शराबे के चीन और दुनिया के तकनीकी परिदृश्य में डीपसीक का उदय परंपरागत न होकर कुछ ऐसा है, मानो उसकी यह उपलब्धि आसमान से उतर कर आई हो।



हालांकि, डीपसीक मिशन का उद्देश्य ओपनएआई जैसी सिलिकॉन वैली की कंपनियों की तरह शोध को प्रतिबिंबित करना था, लेकिन इसके उदय की कहानी कुछ अलग है। इसके पीछे वित्त है, न कि तकनीकी। दरअसल, इसकी मूल कंपनी, हाई-फ्लायर नामक एक चीनी हेज फंड है। इसकी शुरुआत ओपनएआई जैसी एआई से मानवता की रक्षा के लिए समर्पित एक प्रयोगशाला के रूप में नहीं, बल्कि चीनी शेयर बाजार में दांव लगाने में एआई का उपयोग करने वाले एक व्यवसाय के रूप में हुई। हाई-फ्लायर चीन के खुदरा निवेशकों के प्रभुत्व वाले बाजार में पूंजी लगाकर फली-फूली थी। वर्ष 2021 में सट्टा व्यापार पर चीन में नियामक कार्रवाई की वजह से हाई-फ्लायर ने खुद को दबाव में पाया और तब उसने उस नए अवसर का पीछा करना शुरू किया, जिसके बारे में कहा गया कि यह चीनी सरकार की प्राथमिकताओं के साथ बेहतर ढंग से मेल खाता है यानी उन्नत एआई।


वर्ष 2023 में हाई-फ्लायर के मुख्य कार्यकारी लू झेंगझे ने चीनी मीडिया से कहा था, ‘हम अधिक मूल्य वाली ऐसी चीजें करना चाहते हैं, जो निवेश उद्योग से परे हों, लेकिन इसे एआई द्वारा लगाई जाने वाली स्टॉक अटकलों के रूप में गलत समझा गया। हमने निवेश से स्वतंत्र एक नई टीम गठित की है, जो दूसरे स्टार्टअप के बराबर है।’ यहीं से डीपसीक का जन्म हुआ। कई चीनी स्टार्टअप की तरह डीपसीक एक अलग व्यावसायिक दृष्टिकोण के साथ स्थापित बाजार में आया। एआई के लिए डीपसीक का नवीनतम मॉडल अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों जितना ही शक्तिशाली, लेकिन कहीं अधिक प्रभावशाली माना जा रहा है। इसकी सफलता दर्शाती है कि एआई के क्षेत्र में सिलिकॉन वैली का नेतृत्व सिकुड़ गया है। एआई के लिए आवश्यक उन्नत चिप तक चीनी पहुंच को सीमित करने के वाशिंगटन के प्रयासों के बावजूद डीपसीक की सफलता इस बात पर सवाल उठाती है कि ये नियंत्रण दीर्घकाल में कितने प्रभावी हो सकते हैं। हालांकि, डीपसीक के संस्थापक ने स्वीकार किया है कि चिप प्रतिबंध महज एक सीमा भर है।

डीपसीक ने पैसा कमाने के लिए उपभोक्ता केंद्रित एआई उत्पाद बनाने पर भरोसा नहीं किया, और इसी महीने अपना पहला चैटबॉट जारी किया, जो किसी को भी सामान्य कमांड के जरिये टेक्स्ट और फोटो निर्मित करने की अनुमति देता है। कंपनी ने स्टॉक ट्रेडिंग से हाई-फ्लायर द्वारा कमाए गए धन का उपयोग महत्वाकांक्षी अनुसंधान को प्रायोजित करने में किया। यही दृष्टिकोण इसे अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों से अलग करता है, जो अंततः उपभोक्ता आधारित तकनीकी कंपनियां हैं। इस अपरंपरागत दृष्टिकोण ने डीपसीक को चीनी सरकार की ओर से जनता द्वारा एआई के उपयोग पर लगाए गए कड़े नियमों को दरकिनार करने की अनुमति भी दी, क्योंकि इसका ध्यान अनुसंधान और उन व्यवसायों को बेचने पर था, जो इसके मॉडल का उपयोग करते हैं।

डीपसीक का संचालन इसके मुख्य कार्यकारी इंजीनियर लिआंग वेनफेंग कर रहे हैं, जो झेजियांग विश्वविद्यालय, हांगझोउ में पढ़े हैं। उनका कहना है कि अमेरिकी नवाचारों से प्रतिस्पर्धा करने के लिए चीनी कंपनियों को मुनाफा कमाने से पहले अनुसंधान करने की जरूरत है। हालांकि, इसको लेकर डीपसीक और हाई-फ्लायर ने आग्रह करने के बावजूद अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वेनफेंग के साथ काम करने वालों के अनुसार, ‘वह गहरी तकनीकी पृष्ठभूमि वाले सक्षम प्रबंधक हैं।’

डीपसीक के शुरुआती मॉडल में काम करने वाले इंजीनियर जिहान वांग कहते हैं, ‘वेनफेंग निश्चित रूप से एक अच्छे शोधकर्ता हैं। वह प्रोजेक्ट की समय-सीमा को लेकर विचलित नहीं होते और कभी-कभी अपनी टीम को विचारोत्तेजक प्रश्न भी भेजते थे। इसके साथ ही उनका ध्यान हमेशा मुनाफे के बजाय तकनीक के उन्नयन पर होता है।’ कई चीनी कंपनियां प्रोग्रामर को काम पर रखने पर ध्यान केंद्रित करती हैं, जबकि लिआंग ने कंप्यूटिंग के बाहर के लोगों को भी रोजगार देने के लिए प्रतिष्ठा हासिल की है। चीन के शीर्ष विश्वविद्यालयों के कवि, मानविकी के विशेषज्ञ और उत्कृष्ट प्रोफेसर एआई मॉडल को शास्त्रीय चीनी कविता लिखने और देश की कॉलेज आधारित मुश्किल प्रवेश परीक्षाओं से लिए गए प्रश्नों का हल करने का प्रशिक्षण दे रहे हैं।

सैन फ्रांसिस्को में बेसटेन के एक प्रमुख सॉफ्टवेयर इंजीनियर यिनेंग झांग ने बताया कि टीम के अधिकांश लोगों ने चीन के शीर्ष विश्वविद्यालयों से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है और वे सब बहुत होशियार और युवा हैं। दरअसल, चीन में कंप्यूटर वैज्ञानिक यह साबित करने के लिए दृढ़ थे कि वे प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं। 2023 में चीन में कई कंपनियों ने अपने स्वयं के बड़े भाषा मॉडल जारी किए, जो चैटजीपीटी जैसे चैटबॉट्स को रेखांकित करते हैं। लेकिन उन्नत मॉडल बनाने के लिए बड़ी संख्या  में चिप और लाखों-करोड़ों डॉलर की जरूरत थी। हाई-फ्लायर भी खर्च कर रही थी। वर्ष 2021 तक यह उन मुट्ठी भर चीनी कंपनियों में से एक थी, जो 10,000 से अधिक उन्नत एनवीडिया ए100 चिप का भंडार करने में सक्षम थी। पिछले साल कंपनी उस समय सुर्खियों में आ गई, जब उसने अपने स्वयं के कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने के लिए डिजाइन किए गए सिस्टम जारी किए। हालांकि कंपनी के लिए नई चुनौती सरकार की तरफ से आ सकती है। रैंड कॉरपोरेशन के तकनीकी विश्लेषकों के अनुसार, डीपसीक की अचानक बढ़ी लोकप्रियता चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की नजरों में चढ़ गई है। ऐसे में डीपसीक के सामने सरकार और अपने नवाचार में सामंजस्य बैठाने की चुनौती भी होगी। -साथ में पॉल मोजुर और अलेक्जेंडर स्टीवेंसन

विज्ञापन
विज्ञापन
Trending Videos
विज्ञापन
विज्ञापन

Next Article

Election

Followed