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प्रतिद्वंद्विता जब प्रेरणा बन जाती है: जिज्ञासा में डूब जाइए... परिणाम की सोचे बिना उत्साह को ताकत बनाएं
सिमर बजाज, द न्यूयॉर्क टाइम्स
Published by: दीपक कुमार शर्मा
Updated Sun, 14 Sep 2025 04:55 AM IST
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Wimbledon Final: विंबलडन 2025 में स्पेन के अल्कारेज और इटली के सिनर के बीच हुआ मुकाबला (फाइल)
- फोटो :
पीटीआई
विस्तार
यूएस ओपन के हालिया फाइनल में कार्लोस अल्कारेज ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी यानिक सिनर को परास्त कर दिया, लेकिन इसमें संदेह नहीं कि उनके बीच मुकाबला खेल की सबसे रोमांचक प्रतिद्वंद्विताओं में से एक है। प्रतिद्वंद्विता शब्द कुछ नकारात्मक लग सकता है, लेकिन स्वस्थ प्रतिद्वंद्विता आपके ध्यान को तेज कर सकती है, प्रेरणा बढ़ा सकती है और आपके प्रदर्शन को बेहतर बना सकती है, भले ही आप बड़े मंचों पर प्रतिस्पर्धा न कर रहे हों।
केंटुकी विश्वविद्यालय में टेनिस कोच और सामाजिक कार्य के एसोसिएट प्रोफेसर मैट मूर ने कहा, ‘प्रतिद्वंद्विता हमें लीक से हटकर सोचने और अपनी सीमाओं को उससे भी आगे ले जाने के लिए प्रोत्साहित करती है, जो कि संभव है।’ सिनर और अल्कारेज अपने जीवन में प्रतिद्वंद्विता का उपयोग करने के बारे में तीन महत्वपूर्ण सबक देते हैं।
जिज्ञासा में डूब जाइए : विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिद्वंद्वी एक-दूसरे से प्रेरणा लेते हैं और अपना खेल निखारते हैं। प्रतिद्वंद्वी को हराने का सपना देखने के बजाय उसे वैसे व्यक्ति के रूप में देखने की कोशिश करें, जिसका आप सम्मान कर सकें और उससे कुछ सीख सकें। एनवाईयू स्टर्न स्कूल ऑफ बिजनेस में प्रबंधन और संगठन के प्रोफेसर गेविन किल्डफ ने कहा, ‘अगर आप खुद को ईर्ष्या और आक्रोश में डूबता हुआ पाते हैं, तो एक पल रुककर सोचें कि आपका प्रतिद्वंद्वी आपको कैसे प्रेरित कर नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहा है।’ वह कहते हैं कि आप एक-दूसरे को प्रेरित करते हैं, एक-दूसरे से सीखते हैं, और फिर आप दोनों मिलकर सफल होते हैं।
परिणाम की न सोचें : डॉ. कॉनवर्स कहते हैं, ‘सामान्य मैच से प्रतिद्वंद्विता इस मामले में अलग है कि यह आपके और प्रतिद्वंद्वी के बीच प्रतिस्पर्धा की एक साझा कहानी होती है। लेकिन मैच के वक्त पिछली हार या बड़े दांव के बोझ तले दबने के बजाय, हर पल का अपनी शर्तों पर सामना करना बेहतर होता है।’ इसलिए काम पर, कक्षा में या टेनिस कोर्ट पर जमकर प्रतिस्पर्धा करें, लेकिन फिर उसे दरवाजे पर ही छोड़ दें, परिणाम की चिंता न करें।
उत्साह को ताकत बनाएं : संयमित तनाव सकारात्मक मनोदशा, उत्पादकता में वृद्धि और बेहतर निर्णय लेने में योगदान दे सकता है। डॉ. मूर कहते हैं, आपके अनुभव चाहे जो भी हों, जरूरी बात यह है कि आप अपनी प्रतिस्पर्धा को ईंधन की तरह इस्तेमाल करें। स्वस्थ प्रतिद्वंद्विता ही उत्साह पैदा करती है। सर्वश्रेष्ठ प्रतिद्वंद्विताएं सिर्फ आपकी परीक्षा नहीं लेतीं; वे आपको याद दिलाती हैं कि आप जो कर रहे हैं, उसे आप क्यों पसंद करते हैं।