Jadeja-Gambhir: गौतम गंभीर के एक फैसले ने बदल दी जडेजा की सोच! बताया कैसे बने टीम इंडिया के भरोसेमंद ऑलराउंडर
जडेजा को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। भारत ने मंगलवार को दूसरा टेस्ट सात विकेट से जीतकर सीरीज 2-0 से अपने नाम की।

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टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने मंगलवार को कहा कि बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आना उनके खेल के लिए एक बड़ा बदलाव साबित हुआ है। जडेजा ने बताया कि जबसे उन्हें छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका मिला है, तबसे वह खुद को एक पूरे बल्लेबाज के रूप में सोचने लगे हैं।
उन्होंने इस बदलाव का श्रेय मुख्य कोच गौतम गंभीर को दिया और कहा कि गंभीर के फैसले ने उनके करियर को नई दिशा दी है। जडेजा ने कहा, 'जब गौती भाई ने कहा कि अब मुझे छठे नंबर पर खेलना है, उसी समय से मैंने अपने खेल और सोच में बदलाव किया। पहले मैं 8वें या 9वें नंबर पर आता था, तब सोच अलग होती थी। अब मैं बल्लेबाजी को गंभीरता से ले रहा हूं।'

वेस्टइंडीज के खिलाफ ऑलराउंड प्रदर्शन
जडेजा को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज में शानदार प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया। भारत ने मंगलवार को दूसरा टेस्ट सात विकेट से जीतकर सीरीज 2-0 से अपने नाम की। पहले टेस्ट में जडेजा ने अहमदाबाद में 8 विकेट झटके और 104 रनों की शतकीय पारी खेली। दूसरे मैच में भी उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से अहम योगदान दिया।
'टीम की जीत सबसे बड़ा लक्ष्य'
जडेजा ने कहा कि उनका फोकस हमेशा टीम के लिए योगदान देने पर रहता है, चाहे वह बल्ले से हो या गेंद से। उन्होंने कहा, 'मैं रिकॉर्ड्स के बारे में ज़्यादा नहीं सोचता। मेरा ध्यान सिर्फ इस पर रहता है कि मैं टीम को जीत दिलाने में कितना योगदान दे सकता हूँ। अगर मैं बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता, तो यह मेरे खिलाड़ी होने की उपयोगिता को कम कर देता है।'
जडेजा ने आगे कहा कि लगातार प्रदर्शन और जिम्मेदारी ने उन्हें एक परिपक्व क्रिकेटर बना दिया है। उन्होंने कहा, 'पिछले पांच-छह महीनों में हमारी टीम जिस तरह का क्रिकेट खेल रही है, वह शानदार है। यह दिखाता है कि टीम लगातार सुधार कर रही है और हर खिलाड़ी अपनी भूमिका को समझ रहा है।'

कुलदीप यादव को मिला मैन ऑफ द मैच
दिल्ली टेस्ट में कुलदीप यादव को उनके शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के लिए “मैन ऑफ द मैच” चुना गया। उन्होंने स्वीकार किया कि यह विकेट गेंदबाजों के लिए आसान नहीं था। कुलदीप ने कहा, 'यह विकेट काफी धीमी थी, इसलिए लंबे स्पैल में गेंदबाजी करना एक चुनौती थी। लेकिन मुझे ऐसे हालात में खेलना पसंद है क्योंकि इससे धैर्य और नियंत्रण दोनों की परीक्षा होती है।'
टीम इंडिया के लिए सकारात्मक संकेत
जडेजा और कुलदीप दोनों के शानदार प्रदर्शन से यह साफ झलकता है कि भारत की टेस्ट टीम न सिर्फ अनुभवी खिलाड़ियों पर बल्कि ऑलराउंड प्रदर्शन पर भी निर्भर है। जडेजा की नई बल्लेबाजी भूमिका ने टीम को मध्यक्रम में मजबूती दी है, जबकि उनकी गेंदबाजी अब भी भारत के लिए अहम हथियार बनी हुई है।