भारत नेपाल विवाद : दार्चूला-तिंकर सड़क निर्माण के लिए खलंगा पहुंची नेपाली सेना
भारत के चीन सीमा तक सड़क पहुंचाने के बाद नेपाल ने भी दार्चूला तिंकर सड़क का काम तेज दिया है। सड़क निर्माण के लिए नेपाली सेना आठ वाहनों में निर्माण सामग्री लेकर शुक्रवार को खलंगा पहुंच गई थी। शनिवार को भी हेलिकॉप्टर से कुछ सामान घाटीबगड़ पहुंचाया गया। जल्द ही सड़क के शेष 47 किमी हिस्से पर तेजी से काम शुरू हो जाएगा।
भारत चीन सीमा पर लिपुलेख तक सड़क पहुंचा चुका है। नेपाल चीन के इशारे पर भारत विरोधी गतिविधियां चला रहा है। नेपाल अपने नक्शे में भारतीय भूमि को दिखाने के बाद सीमा पर सशस्त्र प्रहरी बल की सात बीओपी और कंपनी हेडक्वार्टर खोल चुका है।
नेपाल की मंत्री परिषद ने 29 अप्रैल को दार्चूला तिंकर सड़क बनाने का काम नेपाली सेना को सौंप था। 2008 से सुस्त गति से बन रही इस सड़क पर अभी तक 40 किमी क्षेत्र में ही काम हो पाया है।
53 सदस्यीय टीम पहुंची खलंगा
दार्चूला-तिंकर सड़क बांस गांव पालिका वार्ड नंबर दो गांधीनगर से तिंकर तक कुल 87 किमी बननी है। नेपाली सेना को सड़क बनाने की जिम्मेदारी देने के पीछे तेजी से काम कर जल्द सड़क का निर्माण पूरा करना बताया जा रहा है, ताकि भारत की ओर से होने वाली प्रत्येक गतिविधि पर नेपाल पैनी नजर रख सके।
सेना मुख्यालय से ब्रिगेडियर रमेश गुरुंग के नेतृत्व में आठ गाड़ियों के काफिले में 53 सदस्यीय टीम शुक्रवार को सड़क बनाने के विभिन्न औजार और पहाड़ों में सुराग करने वाली मशीनें लेकर खलंगा पहुंची। नेपाल सरकार अब सड़क का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करना चाह रही है।