पूर्व चुनाव आयुक्त ने नोटबंदी को बताया अभूतपूर्व, 'होगा इंकलाबी सुधार'

अपने कार्यकाल के दौरान चुनाव सुधार के क्षेत्र में कई अहम व बड़े फैसले लेने वाले देश के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. एसवाई कुरैशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के फैसले को लोकतंत्र के लिए अभूतपूर्व और बेहद साहसिक कदम बताया। वे साफ तौर पर कहते हैं कि काला धन माफियानुमा नेताओं को लिए ऑक्सीजन है।

उनका कहना है कि डिमोनेटाइजेशन पॉलिसी (नोटबंदी) लोकतंत्र, चुनाव प्रणाली और राजनीति में शामिल होने की इच्छा रखने वाले ईमानदारों लोगों के लिए अमृत का काम करेगी।
बुधवार को राजपुर रोड स्थित एक होटल में अमर उजाला से बातचीत में डॉ. कुरैशी ने कहा कि मोदी सरकार की नोटबंदी की नीति का संबंध सीधे चुनाव सुधार से है। कई राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, इसलिए कालेधन का प्रवाह शुरू होने को था। प्रधानमंत्री के इस फैसले से भ्रष्ट नेताओं, अपराधियों और समानांतर अर्थव्यवस्था चलाने वाले वालों को गहरा धक्का लगा है।
कालेधन ने लोकतंत्र का मजाक बना दिया

इस पॉलिसी से राजनीति अधिक साफ सुथरी और पारदर्शी हो जाएगी। कालेधन के प्रभुत्व और राजनीतिक अपराधीकरण ने लोकतंत्र का मजाक बनाकर रख दिया है। उन्होंने कहा कि काला धन, चुनाव प्रणाली, राजनीतिक व्यवस्था और लोकतंत्र में गहरा संबंध है। एक सवाल के जवाब में डॉ. कुरैशी बोले कि राजनीति दलों को सरकार द्वारा फंडिंग होनी चाहिए।
शिक्षा से आएगा बदलाव
डॉ. कुरैशी ने कहा कि वह शिक्षा को इंकलाब का सबसे बड़ा हथियार मानते हैं। देश में आमूल-चूल बदलाव शिक्षा से ही आ सकता है। इसलिए धनिकों को कमजोर व जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा का इंतजाम करना चाहिए। उनकी मंशा शिक्षा के क्षेत्र में काम करने की है।
अगर चुनाव लड़ा तो जमानत जब्त हो जाएगी

क्या आप राजनीति में आएंगे? इस सवाल पर वह जोर से हंसें। थोड़ा रुककर बोले कि अगर चुनाव लड़ा तो जमानत जब्त हो जाएगी। चुनाव में जाति व धर्म का इतना दुरुपयोग होता है कि उदार विचार वालों के लिए चुनाव जीतना बेहद मुश्किल है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टीएन शेषन साहब ने यह गलती की और झेला। कहा कि बिना पॉलिटिक्स ज्वाइन किए भी सोसायटी के लिए अच्छे काम किया जा सकता है।
दून में होगा डॉ. कुरैशी की पुस्तक का विमोचन
डॉ. कुरैशी ने चुनाव प्रणाली के सुधार को लेकर चुनाव आयोग पर केंद्रित पुस्तक अंग्रेजी में लिखी है। जल्द इसका हिंदी संस्करण भी आएगा। उन्होंने बताया कि देहरादून में किताब का विमोचन किया जाएगा।