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देहरादून: महिला आयोग पहुंचा भाजपा विधायक पर महिला के उत्पीड़न का मामला

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, देहरादून Published by: अलका त्यागी Updated Tue, 18 Aug 2020 12:38 PM IST
सार

  • आयोग ने कहा-पीड़ित महिला की शिकायत दर्ज करे पुलिस
  • आयोग एसएसपी अल्मोड़ा से महिला आयोग ने की रिपोर्ट तलब

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Uttarakhand Women commission Notice for Women Harassment Allegation case on bjp Mla
- फोटो : सांकेतिक तस्वीर
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भाजपा विधायक पर उत्पीड़न का आरोप लगा रही महिला की शिकायत दर्ज न होने पर राज्य महिला आयोग ने नाराजगी जताई है। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विजय बड़थ्वाल के मुताबिक पीड़ित महिला का कहना है कि पुलिस उसकी शिकायत दर्ज नहीं कर रही है। इस मामले में आयोग ने एसएसपी अल्मोड़ा से रिपोर्ट तलब की है। वहीं मंगलवार को आयोग की ओर से एसएसपी देहरादून को पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज करने के लिए लिखा जाएगा।

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राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष के मुताबिक आयोग को पीड़ित महिला का फोन आया था, जिनमें महिला ने आयोग को आपबीती बताई है। इसके अलावा जिला पंचायत अल्मोड़ा की अध्यक्ष का भी आयोग को फोन आया है। जिनमें बताया गया है कि महिला के साथ ज्यादती हुई है। 
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आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने इस मामले में 29 अगस्त तक एसएसपी अल्मोड़ा से रिपोर्ट तलब की है। वहीं मंगलवार को इस मामले में आयोग की ओर से एसएसपी देहरादून को आवश्यक कार्रवाई के लिए लिखा जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोग पीड़ित महिला के साथ है और उसके साथ किसी तरह की ज्यादती नहीं होने दी जाएगी। 

आयोग अध्यक्ष ने कहा कि पीड़िता की ओर से यह बताया गया है कि देहरादून पुलिस उसकी शिकायत दर्ज नहीं कर रही है। आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि महिला की शिकायत दर्ज की जानी चाहिए। पीड़ित महिला का यह भी कहना है कि उसे विधायक से जान माल का खतरा बना हुआ है।

आरोपी महिला की सुरक्षा चाहती हैं विधायक की पत्नी

महिला पर ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाने वाली विधायक की पत्नी ने खुद उसकी सुरक्षा की मांग की है। इस संबंध में उन्होंने डीआईजी देहरादून को एक पत्र लिखा है। इससे पहले उन्होंने बच्ची की सुरक्षा की मांग की थी। इन सभी प्रार्थनापत्रों को पुलिस ने मुकदमों की जांच में शामिल कर लिया है। 

दरअसल, विधायक की पत्नी रीता नेगी का कहना है कि ब्लैकमेलिंग की आरोपी महिला राजनीतिक लोगों के संपर्क में है। चूंकि, उनके पति विधायक हैं तो ऐसे में महिला के साथ यदि कोई अनहोनी होती है तो उसका इल्जाम उन पर लगाया जा सकता है। अभी तक महिला को गिरफ्तार नहीं किया गया है। ऐसे में उसकी सुरक्षा आवश्यक है। महिला की सुरक्षा की मांग करते हुए रीता नेगी ने सोमवार को डीआईजी को यह पत्र लिखा है। 

बता दें कि इससे पहले रविवार को भी रीता नेगी ने एक प्रार्थनापत्र डीआईजी को दिया था। इसमें उन्होंने महिला की बच्ची को सुरक्षा दिए जाने की मांग की थी। इसमें भी उन्होंने राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता पर संदेह जताते हुए बच्ची को सुरक्षा देने को कहा था। अभी तक इस मामले में पुलिस के पास चार प्रार्थनापत्र पहुंच चुके हैं, जिनमें से रीता नेगी के शुरूआती प्रार्थनापत्र पर महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि, एक महिला की और दो विधायक की पत्नी की शिकायतों पर जांच चल रही है। अभी तक पुलिस किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची है। 

इस पूरे मामले में अभी तक चार शिकायतें आईं हैं। इनमें से एक के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि, बाकी पर अभी जांच चल रही है।
-अरुण मोहन जोशी, डीआईजी देहरादून

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