सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttarakhand ›   Dehradun News ›   Uttarkashi: Gangotri Highway opened 25 days after Dharali disaster, road was hit by lake and debris in Harshil

Uttarkashi: धराली आपदा के 25 दिन बाद खुला गंगोत्री हाईवे, हर्षिल में झील और मलबे की चपेट आ गया था रास्ता

संवाद न्यूज एजेंसी, उत्तरकाशी Published by: अलका त्यागी Updated Fri, 29 Aug 2025 08:21 PM IST
विज्ञापन
सार

धराली आपदा के बाद गंगनानी से लेकर गंगोत्री धाम और अंतरराष्ट्रीय सीमा तक का संपर्क पूरी तरह से टूट गया था। बीआरओ ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर गंगनानी में बैली ब्रिज का निर्माण किया और डबरानी, सोनगाड और धराली में भी हाईवे को चरणबद्ध तरीके से बहाल किया।

Uttarkashi: Gangotri Highway opened 25 days after Dharali disaster, road was hit by lake and debris in Harshil
गंगोत्री हाईवे खुला - फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

धराली में आई आपदा के 25 दिनों बाद सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार गंगोत्री हाईवे को फोर-बाई-फोर वाहनों के लिए खोल दिया है। यह सड़क हर्षिल में झील और भारी मलबे की चपेट में आ गई थी। अब हाईवे दुरुस्त होने से गंगोत्री धाम और भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा से जनपद मुख्यालय का संपर्क फिर से स्थापित हो गया है। इससे सेना आईटीबीपी और स्थानीय वाहनों की आवाजाही संभव हो सकेगी।

loader
Trending Videos


धराली आपदा के बाद गंगनानी से लेकर गंगोत्री धाम और अंतरराष्ट्रीय सीमा तक का संपर्क पूरी तरह से टूट गया था। बीआरओ ने अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर गंगनानी में बैली ब्रिज का निर्माण किया और डबरानी, सोनगाड और धराली में भी हाईवे को चरणबद्ध तरीके से बहाल किया। हालांकि सबसे बड़ी चुनौती हर्षिल में हाईवे को सुचारू करने में आ रही थी। यहां करीब 200 मीटर सड़क एक झील में पूरी तरह डूब चुकी थी, जबकि 100 मीटर सड़क मलबे के नीचे दबी हुई थी।
विज्ञापन
विज्ञापन


आफत की बारिश: अलकनंदा और गंगा का दिखा रौद्र रूप, धारी देवी मंदिर को कराया बंद, बदरीनाथ हाईवे हुआ जलमग्न

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए बीआरओ ने सीमा क्षेत्र में काम करने वाली अपनी मशीनों को धराली पहुंचाया। सबसे पहले मलबे को हटाकर रास्ता साफ किया गया। डबरानी की ओर से भी रास्ता खुलने के बाद बीआरओ और सिंचाई विभाग की मशीनें हर्षिल पहुंचीं। सिंचाई विभाग की टीमों ने झील के मुहाने को खोलकर जलस्तर कम करने का काम किया। इसी दौरान बीआरओ की टीम धराली से ट्रकों में मलबा भरकर लाई और उसे झील में डूबी सड़क पर बिछाया। करीब एक सप्ताह की मेहनत के बाद इस सड़क को यातायात के लिए सुरक्षित बनाया गया।

हर्षिल में हाईवे को फोर-बाई-फोर वाहनों के लिए खोल दिया गया है। ट्रायल के तौर पर सबसे पहले बीआरओ के एक विभागीय वाहन को सफलतापूर्वक पार कराया गया। इस बहाली से गंगोत्री धाम के लिए राहत और रसद पहुंचाने के साथ-साथ सीमा सुरक्षा में भी मदद मिलेगी।
- हरि कृष्णा, अवर अभियंता, बीआरओ

कई स्थानों पर बंद रहे गंगोत्री-यमुनोत्री हाईवे

बृहस्पतिवार देर रात से शुक्रवार दोपहर तक हुई बारिश के कारण गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे कई स्थानों पर बंद रहा। बॉर्डर रोड ऑर्गनाईजेशन और एनएच विभाग की मशीनरी को हाईवे खोलने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। शुक्रवार दोपहर तक गंगोत्री हाईवे को नलूणा, बिशनपुर और नेताला में बहाल कर दिया, जिससे वाहनों की आवाजाही फिर से शुरू हो सकी। इसके अलावा बाल कंडार मंदिर के पास हाईवे का करीब 70 मीटर हिस्सा बह गया था जिसे ठीक करने के लिए वहां वायरक्रेट की दीवार बनाई जा रही है।

इसी तरह कल्याणी, महरगांव, डाबरकोट, सिलाई बैंड, जंगलचट्टी, बनास और नारदचट्टी में मलबा और बोल्डर आने के कारण यमुनोत्री हाईवे भी बंद हो गया था। हालांकि दोपहर तक कल्याणी, महरगांव, डाबरकोट और सिलाई बैंड में यातायात बहाल कर दिया गया था। जंगलचट्टी में हाईवे को साफ करने का काम अभी भी जारी है जहां मशीनें और मजदूर लगातार काम कर रहे हैं।

हाईवे बंद होने से स्थानीय लोगों को काफी असुविधा हुई। कई लोग समय पर अपने कार्यस्थलों पर नहीं पहुंच पाए। शुक्रवार को होने वाले ब्लॉक प्रमुख और बीडीसी सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह में भी कई सदस्य समय पर नहीं पहुंच सके। दोपहर बाद मौसम में सुधार होने से लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि देर रात हुई बारिश के कारण नदी-नालों के उफान पर आने से लोगों में डर का माहौल बना रहा।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed