सहमति संबंध का खौफनाक अंत: महिला की हत्या, शराब विवाद या पैसों का लालच? शादीशुदा कंडक्टर की कहानी में कई झोल
आरोपी वीरेंद्र कुमार ने महिला के शव को कार में रखकर ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा नशे में होने की वजह से वह कार नहीं चला पाया। शव को कार में ही छोड़कर घर आकर सो गया।
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छावला इलाके में कलस्टर बस के 35 साल के कंडक्टर ने शराब पीने को लेकर हुए झगड़े में सहमति संबंध में रहने वाली 44 साल की महिला की कोहनी से गला घोंटकर हत्या कर दी। आरोपी वीरेंद्र कुमार ने महिला के शव को कार में रखकर ठिकाने लगाने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा नशे में होने की वजह से वह कार नहीं चला पाया। शव को कार में ही छोड़कर घर आकर सो गया। सुबह पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार से महिला का शव बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि बुधवार सुबह सवा नौ बजे पुलिस को दीनपुर एक्सटेंशन में स्विफ्ट कार में एक महिला का शव होने की जानकारी मिली। पहुंची पुलिस ने लॉक कार की पिछली सीट पर एक महिला का शव देखा। पूछताछ में पता चला कि महिला दीनपुर एक्सटेंशन में रहने वाले शादीशुदा वीरेंद्र कुमार के साथ दो साल से सहमति संबंध में रह रही थी।
मृतका के चेहरे पर कुछ खरोंच के निशान थे। वीरेंद्र कुमार ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि शराब पीने का विरोध करने पर उनके बीच झगड़ा हो गया था। इसी दौरान उसने कोहनी से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। वह शव को कार तक लाया और उसे ठिकाने लगाने के लिए कार चलाने लगा, लेकिन नशे में धुत होने की वजह से वह कार को सौ मीटर भी नहीं चला पाया। वह शव को कार में ही छोड़कर घर आया और सो गया।
शराब पीने के विवाद या छुटकारा पाने के लिए की हत्या?
शराब पीने भर के विवाद में वीरेंद्र कुमार ने महिला की हत्या की, या फिर इसके पीछे कोई और वजह है। पुलिस पूरे प्रकरण का खुलासा करने के लिए आरोपी को तीन दिन के रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ कर रही। पुलिस को आशंका है कि आरोपी शादीशुदा है और वह महिला से छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या की है।
शुरुआती जांच में पता चला कि वीरेंद्र मूलत: ढिचाऊं गांव का रहने वाला है। वह शादीशुदा है और उसके बच्चे भी हैं। वहीं महिला की पहचान राजनगर पालम निवासी राधा के रूप में हुई है। राधा के पिता काफी पहले अमेरिका चले गए थे। वहीं पर उनका देहांत हो गया। महिला अपने पति के साथ पालम के राजनगर में रहती थी। उसके पति की कैंसर से मौत हो गई। उसके बाद वह अकेली रहती थी। बाद में महिला वीरेंद्र से मिलने जुलने लगी।
दोनों पहले महिला के पालम स्थित मकान में रहते थे। बाद में वीरेंद्र ने पालम के मकान को बेच दिया। महिला के घर को बेचने के बाद अगस्त में वीरेंद्र ने उस पैसे से छावला में अपने नाम से तीन मंजिला घर खरीद लिया, जहां दोनों रहने लगे। जांच में पता चला कि मकान बिकने से मिले 21 लाख रुपये वीरेंद्र ने अपने पास ही रखे हुए थे। बताया जा रहा है कि उस पैसे को लेकर दोनों के बीच अकसर विवाद होता था।
आरोपी ने बताया कि 25 नवंबर की देर रात दोनों शराब पी रहे थे, तभी झगड़ा हो गया। पूछताछ में अभी तक उसने झगड़े का सही कारण नहीं बता रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए उसने अपने कुछ दोस्तों की मदद भी ली। पुलिस उससे पूछताछ कर पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या के पीछे मकसद क्या था और उसने साजिश के तहत तो नहीं हत्या की है।