कांग्रेस में फिर शुरू हुई नेतृत्व की खींचतान, पार्टी बोली- अध्यक्ष पद के लिए केवल राहुल दावेदार
कांग्रेस में नेतृत्व को लेकर फिर खींचतान शुरू हो गई है। अध्यक्ष पद के लिए चुनाव कराने और गांधी परिवार से इतर किसी नेता को नेतृत्व सौंपने के बयानों के बीच पार्टी ने साफ कर दिया है कि सोनिया गांधी के बाद शीर्ष पद के लिए राहुल ही एकमात्र दावेदार हैं।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा, पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता सोनिया के पद छोड़ने पर राहुल गांधी को अध्यक्ष देखना चाहते हैं। ऐसे में चुनाव की जरूरत नहीं है। नेतृत्व को लेकर पार्टी में उठ रही आवाजों के बीच एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, राहुल की स्वीकार्यता पूरे देश और सभी वर्गों में है।
दरअसल, ऐसी अटकलें हैं कि पार्टी की अप्रैल में प्रस्तावित बैठक में राहुल दोबारा शीर्ष पद संभाल सकते हैं। पार्टी के ज्यादातर नेता चाहते हैं कि बजट सत्र के बाद होने वाली इस बैठक में राहुल अध्यक्ष पद संभालें। उनके समर्थक उन्हें मनाने में भी जुटे हैं।
गांधी परिवार से इतर नेतृत्व की वकालत
पिछले दिनों पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने कहा था कि कांग्रेस में बहुत से काबिल नेता हैं, जो नेतृत्व दे सकते हैं। अध्यक्ष को लेकर उन्होंने सीधे गांधी परिवार को चुनौती दी और परिवार से अलग नेतृत्व की बात कही। वहीं, सांसद शशि थरूर ने भी अध्यक्ष की नियुक्ति में विलंब पर सवाल उठाते हुए कहा, संदीप ने जो कहा वह देशभर में पार्टी नेता निजी तौर पर कह रहे हैं। मैं सीडब्ल्यूसी से आग्रह करता हूं कि कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने और मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए नेतृत्व का चुनाव कराएं।
ज्ञान देने की जगह अपना ज्ञान बढ़ाएं : सुरजेवाला
दीक्षित और थरूर ज्ञान देने के बजाय खुद का ज्ञान बढ़ाएं। मैं सभी नेताओं से कहना चाहता हूं कि पहले अपनी हार-जीत का आकलन करें। मैैं संदीप जी का आदर करता हूं, वह अपनी ताकत ट्विटर के बजाय संसदीय क्षेत्र में लगाएं। पूरे देश को ज्ञान देने के पहले अपने क्षेत्र में अपने काम का फायदा दिखाएं।
- रणदीप सुरजेवाला, प्रवक्ता, कांग्रेस