कोरोना पर सरकार का आदेश: दिल्ली में हटाए गए प्रतिबंध, निजी कार में यात्रियों के लिए मास्क अनिवार्य नहीं
डीडीएमए ने अपने आदेश में कहा है कि लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना पड़ेगा। सार्वजनिक स्थलों पर मास्क लगाने के साथ आपस में शारीरिक दूरी भी रखनी होगी। सभी संबंधित एजेसियों से कहा गया है कि वह सुनिश्चित करें कि इस मामले में कोई लापरवाही न बरती जाए।
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कोविड के कम होते मामलों के बीच अब निजी वाहनों में सफर करने वालों को मास्क लगाने की जरूरत नहीं होगी। शनिवार को दिल्ली आपदा प्रबंध प्राधिकरण (डीडीएमए) की तरफ जारी आदेश में कहा गया है कि मास्क न लगाने पर जुर्माना नहीं भुगतना पड़ेगा। दूसरी तरफ सार्वजनिक स्थलों पर बगैर मास्क पकड़े जाने पर जुर्माने की राशि घटा दी गई है। मास्क से जुड़ा कोविड प्रोटोकॉल तोड़ने पर 2000 रुपये की जगह अब 500 रुपये ही देना पड़ेगा।
डीडीएमए के आदेश के कहा गया है कि सार्वजनिक स्थल पर मास्क न पहनने पर लोगों को जुर्माना देना पड़ेगा। जबकि निजी वाहनों में मास्क लगाने की कोई पाबंदी नहीं है। लोग बगैर मास्क के अपने वाहन में सफर कर सकते हैं। यह आदेश 28 फरवरी से लागू होगा। इसी कड़ी में दिल्ली सरकार ने भी शनिवार को एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अब निजी कार में सफर करने वाले किसी भी यात्री को मास्क लगाना आवश्यक नहीं है। जबकि पिछले आदेश में दिल्ली सरकार ने कहा था कि कार में अकेले सफर करने वाले को मास्क नहीं लगाना पड़ेगा।
इससे पहले शुक्रवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में डीडीएमए की बैठक हुई थी। कोरोना के कम होते मामलों के बीच प्राधिकरण ने दिल्ली में सभी पाबंदियां हटाने का फैसला किया था। सोमवार को सभी पाबंदियां हट जाएंगी। इससे 27-28 फरवरी की रात से अगले आदेश तक नाइट कर्फ्यू नहीं लगेगा। वहीं, सार्वजनिक परिवहन के सभी माध्यम अपनी पूरी क्षमता के साथ चलेंगे। दिल्ली मेट्रो व डीटीसी बस में खड़े होकर भी सफर करने की इजाजत होगी।
व्यापार पटरी पर आने की उम्मीद बढ़ी
कोविड-19 प्रतिबंधों को वापस लेने के फैसले से व्यापार पटरी पर आने की उम्मीद बढ़ गई है। व्यापारिक संगठनों को उम्मीद है कि व्यवसाय बेहतर होगा। स्कूल-कॉलेज खुलने की वजह से भी युवा वर्ग बाजार पहुंचकर खरीदारी करेंगे। व्यापारियों व उद्योग चलाने वालों को उम्मीद है कि फैक्ट्री में उत्पादन भी होगा और खुदरा बाजार में भी माल की खपत होगी।
सरोजिनी नगर मिनी-मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रंधावा ने कहा कि रात का कर्फ्यू हटाने से राहत व्यापारियो को मिलेगी। कारोबार करने के लिए और समय मिलेगा। रात 8 बजे तक बजार बंद होने से ग्राहक घर लौट जाते थे। जनपथ मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव टोनी चावला ने जनपथ मार्केट पर्यटकों पर टिका है। पर्यटकों के आने-जाने पर यह मार्केट गुलजार रहता है। कमला नगर मार्केट ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन गुप्ता ने भी सरकार के इस कदम का स्वागत किया। कहा कि नॉर्थ दिल्ली यूनिवर्सिटी स्थित यह मार्केट फिर से गुलजार होगा। डीयू के छात्र इस मार्केट में आते है लिहाजा कारोबार पटरी पर लौट आएगा। कॉलेज के छात्रों के लिए बाजार एक बड़ा आकर्षण है। दिल्ली सरकार के बजट से भी काफी उम्मीदें है। कोलहापुर रोड एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीण दिवान ने कहा कि बेपटरी हुई आर्थिक व्यवस्था वापस पटरी पर लौटेगा। सरकार के इस कदम से व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
जवाहर नगर कमला नगर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश सांबर ने बताया कि पिछले दो साल से व्यापारी वर्ग का आर्थिक नुकसान हुआ है। व्यापारियों को अब राहत मिली है। सरकार को भी व्यापार को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। उधर, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया माइक्रो एंड स्मॉल स्केल इंडस्ट्री उत्तर भारत के संयुक्त सचिव शशि महाजन ने कहा है कि दिल्ली के उद्योग अब पूरी तरह से प्रोडक्शन कर सकेंगे। खुदरा बाजार में बिक्री नहीं होने की वजह से उत्पादन कम हो रहा था। स्कूल-कॉलेज के खुलने से युवा वर्ग भी अब खरीदारी में जुटेगा। प्रतिबंध हटने से मजदूर भी वापस दिल्ली आएंगे। रोजगार भी बढ़ेगा।