जानलेवा दिल्ली की हवा: 18 इलाकों में आबोहवा बेहद खराब, शनिवार तक ऐसे ही रहेंगे हालात; एक्यूआई 401 दर्ज
राजधानी दिल्ली और एनसीआर में हवा सर्वाधिक प्रदूषित है। एक्यूआई 401 दर्ज किया गया है। ऐसा अनुमान है कि शनिवार तक ऐसे ही हालात रहने वाले हैं। 18 इलाकों में दमघोंटू हवा बनी हुई है। नेहरु नगर में हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई है।
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हवा की गति कम होने से आधी दिल्ली में हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है। बुधवार सुबह से ही आसमान में स्मॉग की मोटी चादर छाई दिखी। प्रदूषण का स्तर बढ़ने से लोगों को सांस लेने परेशानी शुरू हो रही है। नेहरू नगर में सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 449 दर्ज किया गया। जहांगीरपुरी में 443, पंजाबी बाग में 439, बवाना में 433 व आनंद विहार में 427 के साथ 18 इलाकों में एक्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया। वहीं, 17 इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी के दर्ज की गई। मथुरा रोड में सबसे कम एक्यूआई 311 दर्ज किया गया। हालांकि, यह बेहद खराब श्रेणी है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को 17 इलाकों में हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इसमें एनएसआईटी द्वारका व अलीपुर में 399, नॉर्थ कैंपस, नजफगढ़ व सीरीफोर्ट में 394, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 386, पूसा में 385 व श्री अरबिंदो मार्ग में 388 एक्यूआई दर्ज किया गया। यह बेहद खराब श्रेणी में है।
सीपीसीबी का नहीं चल रहा है सर्वर
सर्वर में आई खराबी के चलते दिल्लीवालों को बुधवार को प्रदूषण के स्तर का सही अपडेट नहीं मिल पाया है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मोबाइल एप में प्रतिघंटे मिलने वाला वायु सूचकांक नहीं मिल रहा है। यह स्थिति बीते दो-तीन दिन से जारी है। दमघोंटू हवा के चलते आम लोगों में भी वायु गुणवत्ता सूचकांक के बारे में रियल टाइम अपडेट जानने की इच्छा पैदा हुई है, लेकिन लोगों को निराशा हाथ लग रही है।
एनसीआर में दिल्ली की हवा सर्वाधिक प्रदूषित
राजधानी में वायु गुणवत्ता भगवान भरोसे है। सरकार के साथ विभिन्न एजेंसियां सर्दियों में होने वाले वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने में नाकाम साबित हो रही है। बुधवार को पूरे एनसीआर शहरों में दिल्ली का एक्यूआई एक बार फिर गंभीर श्रेणी में पहुंच गया है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 401 दर्ज किया गया। यह मंगलवार के तुलना में पांच सूचकांक अधिक है। एनसीआर में दिल्ली के बाद फरीदाबाद सर्वाधिक प्रदूषित रहा।
शनिवार तक ऐसे ही रहेंगे हालात
दिवाली के बाद लोगों ने गंभीर श्रेणी की हवा में सांस ली। ऐसे में लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही है। मौसमी बदलाव व हवाओं की दिशा बदलने के चलते दिल्ली का एक्यूआई समग्र रूप से गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया। कमोबेश यही स्थिति शनिवार तक बने रहने की आशंका है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंडी हवा के कारण प्रदूषित कण वातावरण में फैल नहीं पा रहे, जिस कारण प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
दिल्ली एनसीआर में हवा की गति
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) के मुताबिक बुधवार को हवाएं उत्तर दिशा की ओर से चली। इस दौरान हवा की गति 4 किलोमीटर प्रतिघंटे से रही। हवा की गति कम होने से प्रदूषण बढ़ गया है। बृहस्पतिवार को हवाएं पूर्वी दिशा से चलने का अनुमान है। इस दौरान हवा की गति 6 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटे से चलेंगी। जबकि सुबह के समय धुंध छाए रहने का अनुमान है। शुक्रवार को हवाएं उत्तर व उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर से चलेंगी। हवा की चाल 4 से 8 किलोमीटर प्रतिघंटे रहने का अनुमान है। अधिकतम मिक्सिंग हाइट 1430 मीटर दर्ज की गई। सफर इंडिया के अनुसार बुधवार को दिल्ली में शाम पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 का स्तर 340 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का स्तर 232 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पर रहा।
एनसीआर में फरीदाबाद रहा सबसे प्रदूषित
सीपीसीबी के अनुसार एनसीआर में दिल्ली के बाद फरीदाबाद का सबसे अधिक वायु गुणवत्ता सूचकांक दर्ज किया गया। यहां एक्यूआई 390 रहा, जोकि बेहद खराब श्रेणी है। नोएडा में 360, ग्रेटर नोएडा में 338, गाजियाबाद में 378, एक्यूआई दर्ज किया गया। यह बेहद खराब श्रेणी में है। वहीं, गुरुग्राम में 297 खराब श्रेणी हवा दर्ज की गई।