DU में लागू होगा 3 साल का कोर्स

दिल्ली यूनिवर्सिटी और यूजीसी के बीच चार वर्षीय ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम को लेकर चल रहा विवाद शुक्रवार को थम गया।

यूजीसी, डीयू और एमएचआरडी के अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद डीयू ने तीन वर्षीय डिग्री कोर्स लागू करने और एफवाईयूपी को वापस लेने का फैसला लिया है। डीयू के वीसी ने बयान जारी करते हुए इस बात की पुष्टि की है।
बता दें कि इसके पहले डीयू की ओर से एफवाईयूपी को लेकर भेजे गए प्रस्ताव को यूजीसी ने खारिज कर दिया था। प्रस्ताव में डीयू ने साइंस कोर्स को चार वर्षीय रखने का की मांग की थी।
जल्द शुरू होगी दाखिला प्रक्रिया

यूजीसी की ओर से प्रस्ताव खारिज होने के बाद डीयू की टीचर्स काउंसिल ने एक बार फिर यूजीसी कि उच्चाधिकारियों के साथ शुक्रवार सुबह मीटिंग की। मीटिंग में यूजीसी ने 2012 से पहले वाला कोर्स लागू करने का आदेश दिया।
सूत्रों के मुताबिक डीयू ने आखिरकार इस फैसले को स्वीकार कर लिया है। इसके साथ ही डीयू में एफवाईयूपी को लेकर पिछले एक साल से चल रहा गतिरोध भी खत्म हो गया है। हालांक अभी भी कुछ छात्र एवं शिक्षक चार वर्षीय पाठ्यक्रम लागू करने की मांग कर रहे हैं।
इस विवाद की वजह से इस साल डीयू में दाखिला प्रक्रिया भी लंबी खिंचने वाली है। सूत्रों के मुताबिक विवाद सुलझने के बाद अब सोमवार से दाखिला शुरू होने की उम्मीद है।
छात्रों का प्रदर्शन जारी

उधर, दिल्ली यूनिवर्सिटी के अंदर शिक्षक और छात्रों ने एफवाईयूपी के मुद्दे पर वीसी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। डीयू टीचर्स एसोसिएशन की ओर से वीसी दिनेश सिंह के खिलाफ प्रदर्शन जारी है।
डूटा की प्रेसिडेंट नंदिता नारायण ने कहा कि डीयू में एफवाईयूपी पूरी तरह खत्म होना चाहिए वरना उनका प्रदर्शन जारी रहेगा। एबीवीपी, आइसा और अन्य छात्र संगठन भी इस मुद्दे पर वीसी के खिलाफ सड़क पर उतर चुके हैं।
वहीं, एफवाईयूपी के समर्थन में भी छात्रों ने भूख हड़ताल जारी रखी है। छात्रों का कहना है कि अगर एफवाईयूपी हटाया गया तो उनके करियर पर संकट आ जाएगा। इसमें बीटेक और बीएमएस के छात्र शामिल हैं।