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Delhi: विदेशी मरीज के चेहरे से हटाया फुटबॉल के आकार का ट्यूमर, 10 घंटे चली सर्जरी; छह दिन बाद डिस्चार्ज
अमर उजाला नेटवर्क, दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Wed, 03 Dec 2025 03:26 AM IST
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- फोटो : Freepik.com
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दिल्ली के एक निजी अस्पताल के डॉक्टरों ने 48 वर्षीय मरीज के चेहरे से फुटबॉल के आकार का कैंसरग्रस्त ट्यूमर हटाकर सफलतापूर्वक सर्जरी की है। मरीज किर्गिस्तान का रहने वाला है। मरीज की सर्जरी ओखला स्थित एक निजी अस्पताल के सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. अर्चित पंडित के नेतृत्व में हुई।
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डॉक्टरों के अनुसार कैंसर का आकार बड़ा और साढ़े चार किलोग्राम होने की वजह से मरीज के चेहरे का दायां हिस्सा एक तरफ लटक गया था। मरीज को कैंसरग्रस्त ट्यूमर (एक्स्ट्रा-स्केलेटल ऑस्टियोसारकोमा) था। जिसका आकार 19x18 सेंटीमीटर था। गंभीर बीमारी के कारण मरीज को भारत आने के लिए हवाई यात्रा के दौरान एकदम अलग एकांत में यात्रा करनी पड़ी थी।
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घाव भरने के लिए पीठ से त्वचा को लिया
मरीज की चिकित्सीय जांच से पता चला कि ट्यूमर तेजी से फैलकर उनके गाल, जबड़े तथा गर्दन को चपेट में ले चुका था। जिसकी वजह से उनका चेहरा काफी बिगड़ गया था। सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के निदेशक डॉ. अर्चित पंडित ने बताया कि मरीज की स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद कैंसरग्रस्त ट्यूमर को निकाला गया बल्कि आसपास की त्वचा, लार ग्रंथियों, चेहरे की मांसपेशियों और लिंफ नोड्स को भी हटाया। इसके बाद मरीज के आधे चेहरे की सर्जरी की गई। पीठ से त्वचा और मांसपेशियां लेकर घाव को भरा गया।
दस घंटे तक चली सर्जरी
इस सर्जरी के दौरान भारी खून रिसाव की आशंका भी लगातार बन हुई थी। जिसकी वजह ट्यूमर मरीज के मस्तिष्क, चेहरे और गर्दन को रक्त आपूर्ति करने वाली रक्तवाहिकाओं के काफी नजदीक था। कई तरह के जोखिमों के बावजूद करीब दस घंटे तक सर्जरी चली। मरीज को बेहद दुर्लभ किस्म का कैंसर था जो सॉफ्ट टिश्यूज पर पनपता है। अभी तक दुनियाभर में इस प्रकार के सौ से भी कम मामले सामने आए हैं। चेहरे और गर्दन पर इस प्रकार का कैंसर तो और भी दुर्लभ है।
छह दिन बाद किया डिस्चार्ज
डॉक्टर ने बताया कि अगर समय पर इसका उपचार नहीं किया जाता तो यह जानलेवा साबित हो सकता था। लेकिन हमारी पूरी टीम ने अत्यंत कुशलता और आपसी तालमेल का परिचय देते हुए बेहद सटीक तरीके से सर्जरी को अंजाम दिया। हमें खुशी है कि मरीज का जीवन बचाने में कामयाब रहे। मरीज को छह दिनों के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया। इस सर्जरी में डॉ विनीत गोयल, डॉ कुशल बैरोलिया सहित दूसरे स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहे।