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डीयू के स्टूडेंट्स चला रहे थे ठगी का कॉल सेंटर
अमर उजाला, गाजियाबाद
Updated Tue, 02 Jun 2015 01:48 AM IST
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कविनगर पुलिस ने डीयू और एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के चार स्टूडेंट्स को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने ठगी का कॉल सेंटर चलाया हुआ था। इनसे 2.90 लाख रुपये और दो मोबाइल बरामद किए हैं।
ये हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कराने वालों को कैश लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर ठगते थे। शास्त्रीनगर के कारोबारी से इन्होंने इसी तरह 18.60 लाख रुपये ठगे थे।
एसएचओ अवनीश गौतम ने बताया कि पकड़े गए स्टूडेंट्स में सचिन पांडे प्रीत विहार दिल्ली का रहने वाला है। उसका दावा है कि वह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र है।कप्तान उर्फ कपिल पलवल हरियाणा का है,
डीयू से बीसीए कर रहा है। नसीरुद्दीन सरूरपुर दिल्ली और मनदीप संत विहार का दिल्ली का है। ये दोनों डीयू से बीए कर रहे हैं। चारों कॉल सेंटर चलाते हैं।
पहले ये एक ही कॉल सेंटर में जॉब करते थे, फिर इन्होंने अपना कॉल सेंटर खोल लिया। हेल्थ पॉलिसी वाले लोगों की ऑनलाइन डिटेल जानकर उनसे संपर्क करते हैं।
उन्हें झांसा देते हैं कि कुछ ही पैसों में उनकी पॉलिसी की कैश लिमिट बढ़वा देंगे। इनके खिलाफ शास्त्रीनगर निवासी अनिल मित्तल ने 28 मई को एफआईआर दर्ज कराई थी। अनिल की कूलर के घास बनाने की फैक्ट्री है। पुलिस ने मोबाइल नंबरों से आरोपियों को ट्रेस कर दबोचा।
ऐसे करते थे ठगी
एसएचओ ने बताया कि अनिल मित्तल ने एक निजी कंपनी से परिवार की 5.50 लाख की हेल्थ पॉलिसी ली हुई है। पिछले साल अक्तूबर में आरोपियों ने उनसे संपर्क किया। खुद को उसी इंश्योरेंस कंपनी से बताया, जिसकी उन्होंने पॉलिसी ली हुई है।
उन्हें बताया कि उनकी पॉलिसी खत्म होने वाली है, अगर वे एक लाख रुपये प्रीमियम दें तो पॉलिसी भी जारी रहेगी और उनका रिस्क कवर 12.50 लाख हो जाएगा। फिर जनवरी में उनसे संपर्क किया।
बताया कि उनका पॉलिसी को बढ़ाकर 23 लाख किया जा रहा है, जिसके लिए उनसे कभी डीडी बनवाने के नाम पर तो कभी अन्य चार्जेज के नाम पर सात बार में कुल 18.60 लाख रुपये ले लिए।
पॉलिसी के बारे में जानकारी करने के लिए कारोबारी ने आरोपियों के नंबरों पर संपर्क किया तो वे बंद मिले। तब उन्हें संदेह हुआ।
लोहा कारोबारी से 5 लाख ठगे, गिरफ्तार
कविनगर पुलिस ने दिल्ली रोहिणी निवासी माणिक को गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ अजय कुमार ने 5.29 लाख रुपये धोखाधड़ी कर ठगने की एफआईआर दर्ज कराई थी। अजय की लोहा मंडी में फर्म है।
दो आरोपी विजय और संजय भागे हुए हैं। आरोपियों ने कारोबारी का नंबर जस्ट डायल से लिया था। पिछले साल इनके यहां से लोहा मंगवाया, लेकिन पैसे नहीं दिए। इन्हें एक चेक दिया, मगर उसे कैश कराने से पहले इन्हें सूचना दे दी कि एकाउंट में पैसे नहीं हैं।
12 वीं में हुए फेल तो बने वाहन चोर
विजयनगर थाने की पुलिस ने तीन वाहन चोरों को गिरफ्तार कर इनकेपास से चोरी की कार बरामद की है। एसओ ने बताया कि पकड़े गए आरोपी जितेंद्र, ललित और रिंकूहै। विजयनगर केरहने वाले हैं।
इनसे बरामद कार इंदिरापुरम क्षेत्र से चोरी की गई थी। इसी कार में ये वारदात करने की फिराक में यहां आए थे। एसओ का दावा है कि तीनों 12वीं तक पढ़े हैं। फेल होने पर वाहन चोर बन गए।
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ये हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी कराने वालों को कैश लिमिट बढ़ाने का झांसा देकर ठगते थे। शास्त्रीनगर के कारोबारी से इन्होंने इसी तरह 18.60 लाख रुपये ठगे थे।
एसएचओ अवनीश गौतम ने बताया कि पकड़े गए स्टूडेंट्स में सचिन पांडे प्रीत विहार दिल्ली का रहने वाला है। उसका दावा है कि वह एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से बीटेक द्वितीय वर्ष का छात्र है।कप्तान उर्फ कपिल पलवल हरियाणा का है,
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डीयू से बीसीए कर रहा है। नसीरुद्दीन सरूरपुर दिल्ली और मनदीप संत विहार का दिल्ली का है। ये दोनों डीयू से बीए कर रहे हैं। चारों कॉल सेंटर चलाते हैं।
पहले ये एक ही कॉल सेंटर में जॉब करते थे, फिर इन्होंने अपना कॉल सेंटर खोल लिया। हेल्थ पॉलिसी वाले लोगों की ऑनलाइन डिटेल जानकर उनसे संपर्क करते हैं।
उन्हें झांसा देते हैं कि कुछ ही पैसों में उनकी पॉलिसी की कैश लिमिट बढ़वा देंगे। इनके खिलाफ शास्त्रीनगर निवासी अनिल मित्तल ने 28 मई को एफआईआर दर्ज कराई थी। अनिल की कूलर के घास बनाने की फैक्ट्री है। पुलिस ने मोबाइल नंबरों से आरोपियों को ट्रेस कर दबोचा।
ऐसे करते थे ठगी
एसएचओ ने बताया कि अनिल मित्तल ने एक निजी कंपनी से परिवार की 5.50 लाख की हेल्थ पॉलिसी ली हुई है। पिछले साल अक्तूबर में आरोपियों ने उनसे संपर्क किया। खुद को उसी इंश्योरेंस कंपनी से बताया, जिसकी उन्होंने पॉलिसी ली हुई है।
उन्हें बताया कि उनकी पॉलिसी खत्म होने वाली है, अगर वे एक लाख रुपये प्रीमियम दें तो पॉलिसी भी जारी रहेगी और उनका रिस्क कवर 12.50 लाख हो जाएगा। फिर जनवरी में उनसे संपर्क किया।
बताया कि उनका पॉलिसी को बढ़ाकर 23 लाख किया जा रहा है, जिसके लिए उनसे कभी डीडी बनवाने के नाम पर तो कभी अन्य चार्जेज के नाम पर सात बार में कुल 18.60 लाख रुपये ले लिए।
पॉलिसी के बारे में जानकारी करने के लिए कारोबारी ने आरोपियों के नंबरों पर संपर्क किया तो वे बंद मिले। तब उन्हें संदेह हुआ।
लोहा कारोबारी से 5 लाख ठगे, गिरफ्तार
कविनगर पुलिस ने दिल्ली रोहिणी निवासी माणिक को गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ अजय कुमार ने 5.29 लाख रुपये धोखाधड़ी कर ठगने की एफआईआर दर्ज कराई थी। अजय की लोहा मंडी में फर्म है।
दो आरोपी विजय और संजय भागे हुए हैं। आरोपियों ने कारोबारी का नंबर जस्ट डायल से लिया था। पिछले साल इनके यहां से लोहा मंगवाया, लेकिन पैसे नहीं दिए। इन्हें एक चेक दिया, मगर उसे कैश कराने से पहले इन्हें सूचना दे दी कि एकाउंट में पैसे नहीं हैं।
12 वीं में हुए फेल तो बने वाहन चोर
विजयनगर थाने की पुलिस ने तीन वाहन चोरों को गिरफ्तार कर इनकेपास से चोरी की कार बरामद की है। एसओ ने बताया कि पकड़े गए आरोपी जितेंद्र, ललित और रिंकूहै। विजयनगर केरहने वाले हैं।
इनसे बरामद कार इंदिरापुरम क्षेत्र से चोरी की गई थी। इसी कार में ये वारदात करने की फिराक में यहां आए थे। एसओ का दावा है कि तीनों 12वीं तक पढ़े हैं। फेल होने पर वाहन चोर बन गए।