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Faridabad News: प्रदूषण से बढ़ी आखों में जलन की समस्या
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सूखापन और लाल आंख हो जाने से भी परेशान हो रहे लोग
संवाद न्यूज एजेंसी
फरीदाबाद। बढ़े प्रदूषण का असर अब लोगों की आंखों पर पड़ने लगा है। लोगों की आखों में जलन, सूखापन, लाल आंख, और संक्रमण जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। बीके अस्पताल की ओपीडी में मंगलवार को लगभग 70 से 80 मरीज आंख की समस्या लेकर इलाज के लिए पहुंचे। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी इलाज के लिए मरीज पहुंच रहे हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो धूल और हवा में मौजूद रसायन आंखों को परेशान कर सकते हैं, इससे लोगों को खुजली और धुंधली दृष्टि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हवा में मौजूद रसायन आंखों की नमी को खत्म कर देते हैं, जिसके कारण आंखों में सूखापन आता है और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
बीके अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता ने बताया कि प्रदूषित हवा आंखों को कमजोर करती है। प्रदूषण में अधिक घूमने के कारण आखों पर बुरा असर पड़ सकता है। लोगों को बाहर से घर पहुंचकर सबसे पहले स्वच्छ और शीतल जल से आंख धोने की आवश्यकता है। इससे आंख में जलन होने की परेशानी से राहत मिलेगी। इसके साथ ही मरीजों को अधिक पानी पीने की जरूरत है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या न हो। इससे आंखों की नमी खत्म नहीं होगी।
चिकित्सकों ने दी विशेष ध्यान रखने की सलाह
- प्रदूषण से आंखों का ख्याल रखने के लिए बाहर निकलने पर यूवी सुरक्षा वाले धूप के चश्मे पहनें
- आंखों को रगड़ने से बचें
- आंखों को साफ पानी से धोएं
- आंख में कोई भी समस्या होने पर खुद से कोई भी आई ड्रॉप न डालें, बल्कि चिकित्सकों के पास जाकर सलाह लें।
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संवाद न्यूज एजेंसी
फरीदाबाद। बढ़े प्रदूषण का असर अब लोगों की आंखों पर पड़ने लगा है। लोगों की आखों में जलन, सूखापन, लाल आंख, और संक्रमण जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं। बीके अस्पताल की ओपीडी में मंगलवार को लगभग 70 से 80 मरीज आंख की समस्या लेकर इलाज के लिए पहुंचे। इसके अलावा निजी अस्पतालों में भी इलाज के लिए मरीज पहुंच रहे हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो धूल और हवा में मौजूद रसायन आंखों को परेशान कर सकते हैं, इससे लोगों को खुजली और धुंधली दृष्टि जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हवा में मौजूद रसायन आंखों की नमी को खत्म कर देते हैं, जिसके कारण आंखों में सूखापन आता है और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
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बीके अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता ने बताया कि प्रदूषित हवा आंखों को कमजोर करती है। प्रदूषण में अधिक घूमने के कारण आखों पर बुरा असर पड़ सकता है। लोगों को बाहर से घर पहुंचकर सबसे पहले स्वच्छ और शीतल जल से आंख धोने की आवश्यकता है। इससे आंख में जलन होने की परेशानी से राहत मिलेगी। इसके साथ ही मरीजों को अधिक पानी पीने की जरूरत है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या न हो। इससे आंखों की नमी खत्म नहीं होगी।
चिकित्सकों ने दी विशेष ध्यान रखने की सलाह
- प्रदूषण से आंखों का ख्याल रखने के लिए बाहर निकलने पर यूवी सुरक्षा वाले धूप के चश्मे पहनें
- आंखों को रगड़ने से बचें
- आंखों को साफ पानी से धोएं
- आंख में कोई भी समस्या होने पर खुद से कोई भी आई ड्रॉप न डालें, बल्कि चिकित्सकों के पास जाकर सलाह लें।