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Ghaziabad News: शराब के ठेके को लेकर सड़क पर उतरीं महिलाएं
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साहिबाबाद। अर्थला मेट्रो के पास संचालित शराब ठेके को बंद कराने को लेकर रविवार को स्थानीय महिलाओं ने सड़क पर उतरकर प्रर्दशन किया। सुबह कॉलोनी की बड़ी संख्या में महिलाएं एकत्रित हुईं और नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि ठेके की वजह से क्षेत्र में असामाजिक तत्वों का जमावड़ा बढ़ गया है। इससे स्थानीय लोगों में भय का माहौल है। 12 साल से ठेका बंद करने के लिए महिलाएं विरोध में प्रदर्शन कर रही हैं लेकिन अधिकारी लोगों की समस्या को समझ नहीं रहे हैं।
स्थानीय निवासी रवि सिंह ने बताया कि लोगों में शराब का ठेका होने से लंबे समय से रोष है। महिलाओं ने बताया कि शराब की यह दुकान कई साल पुराने धार्मिक स्थलों, स्कूल और कोचिंग सेंटर के बिल्कुल पास है। उन्होंने बताया कि सही मानकों के अनुसार ऐसी दुकानें धार्मिक स्थल व शिक्षण संस्थान के पास नहीं होनी चाहिए। धरने पर बैठीं महिलाओं ने आरोप लगाया कि इस ठेके को चलाने के लिए झूठा शपथ पत्र देकर लाइसेंस प्राप्त किया गया है।
स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों व कामकाजी महिलाओं को भी असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। इसके खुलने से शाम ढलते ही ठेके के पास शराबियों की भीड़ लग जाती है, जिससे आए दिन झगड़े, गाली गलौज की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी वजह से महिलाएं शाम के बाद घर के बाहर जाने से डरती हैं। स्थानीय निवासी सीमा मित्रा व पूनम धामा ने बताया कि ठेके के सामने अक्सर नशे में धुत लोग आधे-अधूरे कपड़ों में पड़े रहते हैं। इससे क्षेत्र का माहौल बेहद खराब हो गया है। कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, शाम लगभग चार बजे आबकारी विभाग की टीम धरना स्थल पर पहुंची और दस दिनों में कार्रवाई करने का आश्वासन महिलाओं को दिया। इसके बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया।
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स्थानीय निवासी रवि सिंह ने बताया कि लोगों में शराब का ठेका होने से लंबे समय से रोष है। महिलाओं ने बताया कि शराब की यह दुकान कई साल पुराने धार्मिक स्थलों, स्कूल और कोचिंग सेंटर के बिल्कुल पास है। उन्होंने बताया कि सही मानकों के अनुसार ऐसी दुकानें धार्मिक स्थल व शिक्षण संस्थान के पास नहीं होनी चाहिए। धरने पर बैठीं महिलाओं ने आरोप लगाया कि इस ठेके को चलाने के लिए झूठा शपथ पत्र देकर लाइसेंस प्राप्त किया गया है।
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स्कूल-कॉलेज जाने वाली लड़कियों व कामकाजी महिलाओं को भी असुरक्षा का सामना करना पड़ता है। इसके खुलने से शाम ढलते ही ठेके के पास शराबियों की भीड़ लग जाती है, जिससे आए दिन झगड़े, गाली गलौज की घटनाएं होती रहती हैं। इसकी वजह से महिलाएं शाम के बाद घर के बाहर जाने से डरती हैं। स्थानीय निवासी सीमा मित्रा व पूनम धामा ने बताया कि ठेके के सामने अक्सर नशे में धुत लोग आधे-अधूरे कपड़ों में पड़े रहते हैं। इससे क्षेत्र का माहौल बेहद खराब हो गया है। कई बार इसकी शिकायत कर चुके हैं लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही है। वहीं, शाम लगभग चार बजे आबकारी विभाग की टीम धरना स्थल पर पहुंची और दस दिनों में कार्रवाई करने का आश्वासन महिलाओं को दिया। इसके बाद महिलाओं ने धरना समाप्त किया।