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Gurugram News: बंधवाड़ी में 20 एकड़ में कचरे से चारकोल बनाएगी एनटीपीसी
संवाद न्यूज एजेंसी, गुरुग्राम
Updated Sun, 14 Sep 2025 01:24 AM IST
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गुरुग्राम। बंधवाड़ी लैंडफिल साइट पर कचरे के निस्तारण के लिए वेस्ट-टू-चारकोल का प्लांट लगाने के लिए एनटीपीसी को 20 एकड़ जमीन की जरूरत है। एनटीपीसी ने नगर निगम से प्लांट लगाने के लिए जमीन मांगी है। बंधवाड़ी में कूड़े के प्लांट पर अभी दस एकड़ जमीन खाली है। दस एकड़ जमीन खाली करके कंपनी को प्लांट पर कब्जा दिया जाएगा, जिसके बाद कंपनी की ओर से कूड़ा निस्तारण का प्लांट लगेगा, जिसमें कचरे से चारकोल बनाया जाएगा। इसमें एक साल का समय लग सकता है। ऐसे में एनटीपीसी का वेस्ट टू चारकोल प्लांट 2027 में शुरू होगा।
कचरे से चारकोल बनाने वाले ग्रीन कोल प्लांट के लिए बंधवाड़ी में एनटीपीसी ने जमीन मांगी है। इस तरह की यह पहली हरित परियोजना होगी जिसे फरीदाबाद और गुरुग्राम में स्थापित किया जाएगा। जुलाई में एनटीपीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। समझौते के अनुसार, एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) वेस्ट टू चारकोल प्लांट स्थापित करेगी।
500 करोड़ रुपये की आएगी लागत
गुरुग्राम के बंधवाड़ी और फरीदाबाद के मोठूका में लगभग 500-500 करोड़ रुपये की लागत से हरित कोयला प्लांट स्थापित किया जाना है। इन दोनों प्लांटों में गुरुग्राम और फरीदाबाद शहरों में एकत्रित 1500-1500 टन प्रतिदिन (टीपीडी) कचरे को चारकोल में बदला जाएगा। इन दोनों प्लांटों के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगमों की ओर से 20-20 एकड़ जमीन दी जाएगी और एनटीपीसी की ओर से जल्द ही जमीनों का कब्जा लेकर प्लांट स्थापित करने का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। यह कार्य लगभग 30 माह में पूरा होने की संभावना है। ये दोनों प्लांट पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित होंगे।
कचरा फेंकने के लिए अलग साइट की तलाश
बंधवाड़ी साइट पर कूड़े के ढेर न लगे व जमीन खाली हो जाए, इसके लिए नगर निगम की ओर से कवायद की जा रही है। नगर निगम गुरुग्राम और नगर निगम फरीदाबाद का दो साल का कूड़ा निस्तारित न होने के कारण वहां 14 लाख टन कूड़ा एकत्रित हो गया है। जब तक इसका निस्तारण होगा, तब तक कचरा कहां फेंका जाए। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था देखी जा रही है। गुरुग्राम के कचरे को सोनीपत जेबीएम कंपनी के प्लांट तक पहुंचाने का विकल्प है लेकिन यहां केवल सूखे कूड़े का निस्तारण होगा। कंपनी की ओर से कूड़ा फ्री में लिया जाएगा। मगर 120 किमी की दूरी तय कर कूड़ा नगर निगम को भिजवाना होगा। जब एनटीपीसी का प्लांट चालू हो जाएगा तो कूड़ा बंधवाड़ी जाने लगेगा।
वर्जन
बंधवाड़ी कूड़ा प्लांट पर वेस्ट-टू-चारकोल के प्लांट लगाने के लिए कंपनी को 20 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। नगर निगम की ओर से प्लांट को जगह उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है। कूड़े के पहाड़ को खत्म कर नए प्लांट के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी। - रवींद्र यादव, अतिरिक्त आयुक्त, नगर निगम

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कचरे से चारकोल बनाने वाले ग्रीन कोल प्लांट के लिए बंधवाड़ी में एनटीपीसी ने जमीन मांगी है। इस तरह की यह पहली हरित परियोजना होगी जिसे फरीदाबाद और गुरुग्राम में स्थापित किया जाएगा। जुलाई में एनटीपीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। समझौते के अनुसार, एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम लिमिटेड (एनवीवीएन) वेस्ट टू चारकोल प्लांट स्थापित करेगी।
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500 करोड़ रुपये की आएगी लागत
गुरुग्राम के बंधवाड़ी और फरीदाबाद के मोठूका में लगभग 500-500 करोड़ रुपये की लागत से हरित कोयला प्लांट स्थापित किया जाना है। इन दोनों प्लांटों में गुरुग्राम और फरीदाबाद शहरों में एकत्रित 1500-1500 टन प्रतिदिन (टीपीडी) कचरे को चारकोल में बदला जाएगा। इन दोनों प्लांटों के लिए गुरुग्राम और फरीदाबाद नगर निगमों की ओर से 20-20 एकड़ जमीन दी जाएगी और एनटीपीसी की ओर से जल्द ही जमीनों का कब्जा लेकर प्लांट स्थापित करने का कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। यह कार्य लगभग 30 माह में पूरा होने की संभावना है। ये दोनों प्लांट पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित होंगे।
कचरा फेंकने के लिए अलग साइट की तलाश
बंधवाड़ी साइट पर कूड़े के ढेर न लगे व जमीन खाली हो जाए, इसके लिए नगर निगम की ओर से कवायद की जा रही है। नगर निगम गुरुग्राम और नगर निगम फरीदाबाद का दो साल का कूड़ा निस्तारित न होने के कारण वहां 14 लाख टन कूड़ा एकत्रित हो गया है। जब तक इसका निस्तारण होगा, तब तक कचरा कहां फेंका जाए। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था देखी जा रही है। गुरुग्राम के कचरे को सोनीपत जेबीएम कंपनी के प्लांट तक पहुंचाने का विकल्प है लेकिन यहां केवल सूखे कूड़े का निस्तारण होगा। कंपनी की ओर से कूड़ा फ्री में लिया जाएगा। मगर 120 किमी की दूरी तय कर कूड़ा नगर निगम को भिजवाना होगा। जब एनटीपीसी का प्लांट चालू हो जाएगा तो कूड़ा बंधवाड़ी जाने लगेगा।
वर्जन
बंधवाड़ी कूड़ा प्लांट पर वेस्ट-टू-चारकोल के प्लांट लगाने के लिए कंपनी को 20 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। नगर निगम की ओर से प्लांट को जगह उपलब्ध कराने की कवायद की जा रही है। कूड़े के पहाड़ को खत्म कर नए प्लांट के लिए जगह उपलब्ध कराई जाएगी। - रवींद्र यादव, अतिरिक्त आयुक्त, नगर निगम