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खुलासा: जंक फूड से हड्डियों में लग रहा जंग, बच्चों में बढ़ रहा शुगर-BP का खतरा; लड़कों से अधिक लड़कियों पर असर

राकेश शर्मा, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Vikas Kumar Updated Sat, 31 Aug 2024 03:22 AM IST
सार


डॉक्टरों का कहना है कि सफदरजंग सहित दूसरे अस्पतालों के आर्थोपेडिक विभाग की ओपीडी में इलाज करवाने आ रहे 15 फीसदी बच्चों में जंक फूड व विटामिन डी की कमी से समस्या बढ़ रही है।

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Junk food is causing corrosion in bones risk of sugar and BP is increasing in children
जंग फूड से बच्चे हो रहे कमजोर - फोटो : freepik
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विस्तार
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बच्चों में जंक फूड खाने की आदत हड्डियों को जंग लगा रही है। कई शोध के विश्लेषण से पता चला है कि ऐसे बच्चों की यूरिन में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा रहती है। लंबे समय तक ऐसी ही स्थिति बनी रहने के कारण हड्डियों को काफी नुकसान होता है। एक समय बाद यह कमजोर होकर टूट तक जाती है।

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विशेषज्ञों का कहना है कि जंक फूड में शुगर व साल्ट की मात्रा ज्यादा होती है। यह हड्डियों को नुकसान पहुंचता है। इसके कारण यूरिन में कैल्शियम की मात्रा ज्यादा रहती है। इसके अलावा जंक फूड खाने वाले बच्चों में मोटापा के साथ मधुमेह व उच्च रक्तचाप होने की आशंका भी बढ़ जाती है। यह समस्या को और गंभीर बना देता है।

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डॉक्टरों का कहना है कि सफदरजंग सहित दूसरे अस्पतालों के आर्थोपेडिक विभाग की ओपीडी में इलाज करवाने आ रहे 15 फीसदी बच्चों में जंक फूड व विटामिन डी की कमी से समस्या बढ़ रही है।
सफदरजंग अस्पताल के स्पोर्ट्स इंजरी सेंटर के निदेशक प्रोफेसर डॉ. दविंदर सिंह ने बताया कि जंक फूड में शुगर व साल्ट की मात्रा ज्यादा रहती है। यह हड्डियों को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा कैलोरी ज्यादा होने के कारण बच्चों में मोटापा बढ़ता है। इन बच्चों में सक्रिय गतिविधियां भी कम देखी गई हैं जो हड्डियों को नुकसान पहुंचाता है। अस्पताल की ओपीडी में आने वाले करीब 15 फीसदी बच्चों में यह समस्या दिख रही है। इन बच्चों को इलाज के साथ इनके परिजनों को जंक फूड से परहेज की जानकारी दी जाती है।

30 साल के बाद बढ़ जाती है समस्या
ऐसे बच्चों में 30 साल के बाद समस्या सामान्य बच्चों के मुकाबले ज्यादा गंभीर हो जाती है। इनमें ऑस्टियोपोरोसिस सहित दूसरे हड्डियों से जुड़े रोग होने की आशंका ज्यादा रहती है। डॉक्टरों का कहना है कि 30 साल की उम्र तक शरीर में हड्डियां मजबूत होती है। 30 साल के बाद हड्डियां कमजोर होने लगती है। एक अनुमान है कि हर साल 0.5 फीसदी से एक फीसदी तक हड्डियां कमजोर हो जाती हैं। एक उम्र के बाद हड्डियों से जुड़े रोग होने की आशंका काफी अधिक हो जाती है।

लड़कियों में स्थिति होती है गंभीर
जंक फूड का अत्यधिक सेवन करने वाली लड़कियों में लड़कों के मुकाबले एक उम्र के बाद ज्यादा दिक्कत होती है। मैनोपोज के बाद महिलाओं के हार्मोन में बदलाव आता है। इस दौरान हड्डियों में नुकसान होने की आशंका ज्यादा रहती है। वहीं बचपन में जंक फूड की आदत इस समस्या को और गंभीर बना देती है। जबकि पुरुषों में महिला की तुलना में यह समस्या कम है।

बच्चों में दिखते हैं लक्षण
- शरीर में थकावट बना रहना
- चिड़चिड़ापन बना रहना
- भूलने की समस्या
- हड्डियों में दर्द रहना
 

समस्या गंभीर होने पर लक्षण
- हड्डियों में फ्रैक्चर होना
- हाथ पैर टेढ़े हो जाना
 

बचाव के लिए क्या करें
- बच्चों की जीवन शैली में करें सुधार
- बच्चों को बाहर खेलने के लिए भेजे
- नियमित व्यायाम व एक्टिव लाइफ
- स्वस्थ व पौष्टिक आहार
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