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समर्थन मांगने आए कश्मीरी पंडितों से धक्का-मुक्की, खुर्शीद भी पहुंचे जामिया
अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Mon, 20 Jan 2020 07:05 AM IST
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कश्मीरी पंडित
- फोटो : अमर उजाला
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शाहीन बाग के प्रदर्शन में रविवार को पहुंचे 30-40 कश्मीरी पंडितों ने महिलाओं से समर्थन देने की अपील की। इस दौरान कुछ लोगों ने उनके साथ धक्का-मुक्की की। लोगों ने उन्हें देखते ही तत्काल यहां से चले जाने के लिए कहा। बाद में कुछ लोग आए और उन्हें मंच पर लेकर गए। इसके बाद उन्होंने अपनी बात लोगों तक पहुंचाई।
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कश्मीरी पंडितों को 19 जनवरी, 1990 को अपने घर और संपत्ति छोड़कर घाटी से विस्थापित होना पड़ा था। आज तक वे घर नहीं लौट पाए हैं। 30 साल से वे अपने ही देश में ठोकरें खा रहे हैं। उन्होंने अपने हक में समर्थन देने की अपील की। शाम को जामिया और जेएनयू के छात्र हाथों में मोमबत्तियां लेकर पहुंचे।
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उधर, फिल्म अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने ट्वीट कर रविवार को ‘जश्न ए शाहीन’ मनाने के लिए लोगों से भारी संख्या में पहुंचने की अपील की थी। इसमें गीत-संगीत होना था। कश्मीरी पंडितों ने स्वरा भास्कर के ट्वीट का विरोध किया था। जवाब में उन्होंने शाम को शाहीन बाग पहुंचने की घोषणा की थी। इस बीच, कश्मीरी पंडित और जाने-माने रंगकर्मी एनके रैना ने ट्वीट किया था, ‘आज कश्मीरी पंडितों का ‘निष्कासन दिवस’ है। ऐसे में जश्न-ए-शाहीन कैसे हो सकता है।’
जामिया में पहुंचे सलमान खुर्शीद
सीएए के खिलाफ जामिया मिल्लिया के गेट पर चल रहे प्रदर्शन में रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद पहुंचे। उन्होंने भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों के साथ कुछ वक्त बिताया। जामिया के गेट नंबर 7 पर बनी ‘रीडिंग फॉर रिवोल्यूशन लाइब्रेरी’ में पहुंचकर किताबें पढ़ीं।
सलमान खुर्शीद ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने 15 दिसंबर को छात्रों को निशाना बनाकर चोट पहुंचाई थी। उन्होंने प्रधानमंत्री पर धार्मिक तर्ज पर लोगों को विभाजित करने का आरोप लगाया। इस बीच, शिरोमणि अकाली दल (टकसाली) का प्रतिनिधिमंडल जामिया समन्वय समिति के सदस्यों से मिला। इसमें पंजाब विधानसभा के पूर्व सभापति बीर देवेंद्र सिंह, करनैल सिंह, प्रो. कुलबीर सिंह, प्रो. हरमीत सिंह और जतिंदर सिंह साहनी आदि थे।