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सीएए बवालः सुबूत मिलने के बाद स्थानीय नेताओं को किया जाएगा गिरफ्तार
पुरुषोत्तम वर्मा, नई दिल्ली
Published by: दुष्यंत शर्मा
Updated Fri, 03 Jan 2020 05:56 AM IST
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जामा मस्जिद के बाहर प्रदर्शन करते लोग
- फोटो : ANI
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नागरिक संशोधन कानून के विरोध में दिल्ली में हुए बवाल मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है। अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सबसे पहले एफआईआर में नामजद नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा और जिसके खिलाफ सुबूत मिले, उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
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एसआईटी को बुधवार को सभी दस केस की फाइल मिल गई है। सबसे आखिर में सीमापुरी बवाल की फाइल मिली है। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर उन्होंने बवाल के अपने मोबाइल से वीडियो व फोटो खींचे हैं, तो वह मामले की जांच के लिए बनी एसआईटी को भेज दें। वीडियो व फोटो देने वालों का नाम गुप्त रखा जाएगा। एसआईटी के पुलिस अधिकारी मीडिया से भी संपर्क कर वीडियो व फोटो लेने के लिए पत्र लिख रहे हैं।
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दिल्ली में हुए बवाल की कुल दस एफआईआर दर्ज हुई हैं। उत्तर-पूर्वी जिले में छह, दक्षिण-पूर्वी जिले में तीन और मध्य जिले में एक एफआईआर दर्ज हुई है। स्थानीय थाना पुलिस इन एफआईआर के आधार पर 64 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इसके बाद बवाल की जांच के लिए अपराध शाखा की एसआईटी बना दी गई।
अपराध शाखा के डीसीपी राजेश देव इस एसआईटी के प्रमुख हैं। अपराध शाखा के एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एसआईटी को सभी केस की फाइल मिल गई है। सीमापुरी बवाल की फाइल बची थी, वह भी बृहस्पतिवार शाम को मिल गई। एसआईटी अब संबंधित थाने के पुलिस कर्मियों व अधिकारियों को पूछताछ व केस की जानकारी लेने के लिए बुला रही है।
बुधवार को जामिया नगर थाने के पुलिसकर्मियों को कोतवाली स्थित एसआईटी के कार्यालय बुलाया गया था। जामिया नगर थाने में बवाल की दो एफआईआर दर्ज हैं। बृहस्पतिवार को सीमापुरी थाने के पुलिसकर्मी व अधिकारियों को बुलाया गया। अपराध शाखा के अधिकारी ने बताया कि संबंधित थानों के पुलिसकर्मियों से शुरुआती जानकारी ली जा रही है।
इसके बाद आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। सबसे पहले एफआईआर में नामजद स्थानीय नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। स्थानीय नेताओं व अन्य लोगों के खिलाफ सुबूत मिले, तो उन्हें गिरफ्तार भी किया जाएगा।