सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Delhi ›   Delhi NCR News ›   Lok Sabha Elections 2019 AAP given proposal to Congress to fight in Delhi and Haryana

आप ने कांग्रेस को दिल्ली-हरियाणा में साथ लड़ने का दिया प्रस्ताव, दोनों दलों में बातचीत जारी

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: देव कश्यप Updated Sat, 06 Apr 2019 05:33 AM IST
विज्ञापन
Lok Sabha Elections 2019 AAP given proposal to Congress to fight in Delhi and Haryana
विज्ञापन

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीसी चाको ने बेशक आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन पर किसी तरह की चर्चा से इंकार किया हो, लेकिन कांग्रेस व आप समझौते के रास्ते पर चल निकली हैं। सूत्रों का दावा है कि आप ने दिल्ली के साथ हरियाणा में भी साथ-साथ लड़ने का प्रस्ताव कांग्रेस को दिया है। साथ ही कांग्रेस से अपने घोषणापत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जे देने के प्रावधान को शामिल करने को कहा है। आम आदमी पार्टी इस मसले पर पूरी तरह सहमत है। जबकि कांग्रेस की तरफ से अभी राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की रजामंदी मिलनी बाकी है। उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों दल एक सप्ताह में गठबंधन की औपचारिक घोषणा कर सकते हैं। 

Trending Videos


सूत्रों की मानें तो दोनों पार्टियों में दिल्ली के समझौते का भविष्य हरियाणा पर टिका है। आप का कहना है कि अगर कांग्रेस दिल्ली में तीन सीटों पर लड़ना चाहती है तो उसे हरियाणा में आप को तीन सीटें देनी होंगी। कांग्रेस जितनी सीट हरियाणा में देगी, उतनी ही आप दिल्ली में भी कांग्रेस के लिए छोड़ने को तैयार है। आप इसे एक तार्किक फार्मूला मान रही है। दूसरी तरफ सूत्र यहां तक बताते हैं कि अगर कांग्रेस पुड्डुचेरी को पूर्ण राज्य का दर्जा देने को तैयार है, तो दिल्ली को भी यही स्टेटस देने में गुरेज नहीं होना चाहिए। आप के प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस अपने घोषणा पत्र में इस वायदे को शामिल करे। 
विज्ञापन
विज्ञापन


सीट शेयरिंग फॉर्मूले व पूर्ण राज्य के मसले पर नरमी बरत सकती आप
सूत्र बताते हैं कि, बातचीत की टेबल पर बैठने के बाद आप सीट शेयरिंग के फॉर्मूले में नरमी भी दिखा सकती है। अगर हरियाणा में कांग्रेस ज्यादा सीटें देने को तैयार नहीं हुई तो एक सीट मिलने पर आप दिल्ली में कांग्रेस के लिए तीन सीटें छोड़ सकती है। दूसरी तरफ पूर्ण राज्य के मसले पर भी आप की तरफ से ढील दी जा सकती है। आखिरी वक्त में अगर कांग्रेस इस मसले को घोषणा पत्र में शामिल करने में असमर्थता दिखती है तो सार्वजनिक तौर पर कांग्रेस को दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का वायदा करना होगा। सूत्रों का कहना है कि आप की तरफ से यह बॉटम लाइन होगी। इससे ज्यादा पार्टी बढ़ने को तैयार नहीं है। 

चाको ने कहा, आप सांसद संजय सिंह से नहीं हुई मुलाकात

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस प्रदेश प्रभारी पीसी चाको ने शुक्रवार को एक बार फिर दोहराया कि आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन के बारे में राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी फैसला लेंगे। वहीं, पूर्ण राज्य के मसले पर पीसी चाको का मानना है कि इस पर उनका स्टैंड स्पष्ट है। घोषणा पत्र में जो भी चीजें शामिल हैं उन पर काम होगा। वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि आप सांसद संजय सिंह के साथ उनकी कोई मुलाकात नहीं हुई है।

दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित, प्रभारी पीसी चाको की मौजूदगी में शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई गई थी। पार्टी के मुताबिक चुनावी तैयारियों पर चर्चा करने के लिए बैठक हुइ थी। इस दौरान चुनाव के लिए बनी कमेटियों के कामकाज पर चर्चा हुई। साथ ही आगे की चुनावी कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई। बैठक के बाद बाहर निकलने पर पीसी चाको ने आप के साथ गठबंधन से जुड़े सवालों पर मीडिया को बताया कि इसके बारे में दिल्ली के वरिष्ठ नेताओं को राहुल गांधी ने दो-दो बार बुलाया था। करीब 2 घंटे तक उनसे बात हुई। उस दौरान सबने अपनी बातें उनके सामने रखीं हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इस बारे में फैसला लेंगे।

दूसरी तरफ संजय सिंह से मुलाकात के बारे में पीसी चाको ने कहा कि अभी उनसे इस तरह की कोई बैठक नहीं हुई है। जबकि पूर्ण राज्य के मसले पर उनका कहना था कि कांग्रेस का स्टैंड स्पष्ट है। घोषणा पत्र में जो भी चीजें हैं, उसी पर कांग्रेस काम करेगी। गौरतलब है कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के बारे में कोई वादा नहीं किया है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed