कालिंदी कुंज पर जाम से मिलेगी राहत: बनाई जा सकती हैं दो लेन की नई सड़क, एक 2-वे फ्लाईओवर और एक सी-कर्व
इस परियोजना के पूरा होने से लाखों लोगों को लाभ मिलेगा। लोग उम्मीद कर रहे हैं कि यह योजना कागजों से निकलकर जल्द ही जमीन पर उतरे। यदि ऐसा होता है तो कालिंदी कुंज जाम से जूझ रहे लाखों लोगों को राहत मिलने के साथ एनसीआर में आवागमन काफी आसान हो जाएगा।
विस्तार
फरीदाबाद जिले के वाहन चालकों व यात्रियों के लिए कालिंदी कुंज रोड पर लगने वाला भीषण जाम वर्षों से एक बड़ी समस्या बना हुआ है। लोगों की समस्या को देखते हुए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के एक प्रस्ताव पर नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने सैद्धांतिक स्तर पर मंजूरी दी है। इसके तहत आगरा कैनाल रोड और नोएडा के बीच नई सड़क व फ्लाईओवर से जुड़ी परियोजना तैयार की जाएगी। अभी प्राधिकरण की तरफ से इस योजना की औपचारिक घोषणा होना बाकी है। वहीं इस योजना से कालिंदी कुंज क्षेत्र की तस्वीर बदल सकती है।
होगा 2 लेन की नई सड़क, एक 2-वे फ्लाईओवर और एक सी-कर्व का निर्माण
जानकारी के अनुसार इस प्रस्तावित परियोजना के तहत आगरा कैनाल रोड और नोएडा को जोड़ने के लिए 2 लेन की नई सड़क, एक 2-वे फ्लाईओवर और एक सी-कर्व का निर्माण किया जाएगा। यह पूरा ढांचा इस तरह डिजाइन किया गया है कि फरीदाबाद, सरिता विहार और ओखला की ओर से आने वाला ट्रैफिक सीधे कालिंदी कुंज के मुख्य जंक्शन पर जमा न होकर पहले ही अलग-अलग रास्तों में बंट जाएगा। ट्रैफिक विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह योजना जमीन पर उतरती है तो जाम के स्थायी समाधान की दिशा में यह एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
जाम से निकलने में लगता है 30 मिनट से एक घंटा
फरीदाबाद से हर दिन हजारों वाहन दिल्ली और नोएडा की ओर जाते हैं। खासकर आगरा कैनाल रोड के रास्ते आने वाला ट्रैफिक कालिंदी कुंज पहुंचते ही सरिता विहार और नोएडा से आने वाले वाहनों के साथ मिल जाता है। इसी वजह से यहां अक्सर लंबा जाम लग जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कई बार इस जाम में 30 मिनट से लेकर एक घंटे तक का समय बर्बाद हो जाता है। प्रस्तावित 2 लेन सड़क और फ्लाईओवर बनने से फरीदाबाद की ओर से आने वाले वाहनों को एक वैकल्पिक और सुगम मार्ग मिलेगा इससे उन्हें मुख्य चौराहे तक पहुंचने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
समय के साथ ईंधन की होगी बचत
कालिंदी कुंज पर जाम में फंसे रहने के कारण रोजाना वाहन चालकों और यात्रियों का काफी समय बर्बाद होता है। वहीं वाहनों की रफ्तार काफी ज्यादा धीमी और वाहनों के खड़े रहने के कारण ईंधन की भी बर्बादी होती है। रोजाना इसी रास्ते से सफर करने वाले लोगों का कहना है कि जाम के कारण उनके दिन की शुरुआत ही जाम और परेशानी से होती है। अगर यह परियोजना पूरी हो जाती है तो यात्रा का समय घटने के साथ ईंधन की भी बचत होगी। वहीं इससे प्रदूषण पर भी काफी असर पड़ेगा।
इलाज के लिए दिल्ली व नोएडा जाने वालों को मिलेगी राहत
कालिंदी कुंज जाम में आम लोगों के वाहनों के साथ अक्सर एंबुलेंस भी जाम में फंसी दिखाई देती है। फरीदाबाद के नागरिक अस्पताल के साथ अन्य कई अस्पतालों से मरीजों को दिल्ली के एम्स के लिए रेफर किया जाता है। वहीं कई लोग नोएडा स्थित मल्टी स्पेशलिस्ट बड़े अस्पतालों में भी इलाज के लिए जाते हैं। उन सभी लोगों की एंबुलेंस भी जाम में फंस जाती है। समय से इलाज न मिलने के कारण कई बार गंभीर मरीजों की परेशानी बढ़ जाती है। वहीं व्यापारियों का भी कहना है कि जाम के कारण समय पर डिलीवरी न हो पाने से आर्थिक नुकसान होता है। अगर इस परियोजना को समय पर पूरा कर दिया जाएगा तो अमर लोगों के साथ व्यापारियों को भी काफी लाभ मिलेगा। वहीं एनसीआर से फरीदाबाद की कनेक्टिविटी और अधिक बढ़ जाएगी।
अभी औपचारिक मंजूरी बाकी, लेकिन उम्मीद जगी
आपको बताते चलें कि फिलहाल इस परियोजना को लेकर कोई औपचारिक अधिसूचना या अंतिम मंजूरी जारी नहीं हुई है। संबंधित विभागों की ओर से तकनीकी अध्ययन, बजट आवंटन और प्रशासनिक प्रक्रियाएं पूरी होना अभी बाकी हैं। बावजूद इसके प्राधिकरण की तरफ से सैद्धांतिक सहमति दिया जाना इस बात का संकेत है कि समस्या को गंभीरता से लिया जा रहा है।
इस प्रोजेक्ट से संबंधित फाइल को मुख्यालय से मंजूरी मिलेगी। जैसे ही हमारे स्तर पर फाइल आएगी इससे जुड़ी आगे को प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। - धीरज सिंह, उप महाप्रबंधक, एनएचएआई