{"_id":"68f2b26c94280c1e7a0ecd2f","slug":"darbar-move-na-news-c-10-lko1027-741381-2025-10-18","type":"story","status":"publish","title_hn":"Noida News: अर्थव्यवस्था में उछाल लाएगा दरबार मूव, होगा 500 करोड़ से ज्यादा का कारोबार","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Noida News: अर्थव्यवस्था में उछाल लाएगा दरबार मूव, होगा 500 करोड़ से ज्यादा का कारोबार
विज्ञापन

विज्ञापन
- कश्मीर से जम्मू आते हैं 10,000 से ज्यादा कर्मचारी, 6 महीने तक कारोबार को देंगे सहारा
- छोटे दुकानदार से लेकर बड़े कारोबारी तक सबको पहुंचेगा फायदा
अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। सरकार की ओर से दरबार मूव की घोषणा के बाद कारोबार जगत इसे जम्मू की अर्थव्यवस्था के लिए बूस्टर डोज मान रहा है। यह केवल सरकारी कामकाज की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि शहर के होटल, रेस्टोरेंट, दुकानों और अन्य व्यापारों के लिए छह महीने तक चलने वाला आर्थिक इवेंट है। जैसे ही कर्मचारी जम्मू आते हैं, शहर में खाने-पीने, रहने और खरीदारी का नकदी प्रवाह बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि सिर्फ छह महीने में इस मूव से शहर में करीब 500 करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है।
जम्मू विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्री वीरेंद्र कौण्डल कहते हैं कि कश्मीर से आने वाले कर्मचारी सिर्फ काम ही नहीं करते, बल्कि खाना-पीना, रहने और रोजमर्रा की चीज़ें खरीदने में भी खर्च करते हैं। इससे छोटे होटल, रेस्टोरेंट और दुकानें काफी फायदा उठाती हैं। बीते सालों के रुझान देखें तो मूव के दौरान होटल, रेस्टोरेंट और दुकानदारों की कमाई बढ़ती थी। केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के प्रोफेसर नरेश कुमार भी कहते हैं कि कश्मीर से आने वाले कर्मचारी अच्छी खरीदारी क्षमता रखते हैं। उनका खर्च सीधे जम्मू की अर्थव्यवस्था में डालता है। प्रोफेसर कुमार का कहना है कि इस बार स्थानीय बाजारों को ऑनलाइन शॉपिंग से भी टक्कर मिल सकती है।
हर सेक्टर को मिलेगा फायदा, होटल्स होंगे फुल
जम्मू चैंबर ऑफ ट्रेड्स एंड कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण गुप्ता बताते हैं, दरबार मूव का असर हर सेक्टर पर पड़ता है। होटल, रेस्टोरेंट, किराने की दुकानें, छोटे-बड़े व्यापारी सबको फायदा मिलता है। जब तक दरबार मूव की व्यवस्था थी, 200 करोड़ रुपये के आसपास का खर्च सिर्फ सरकार ही करती थी, और वह पैसा भी कर्मचारियों के जरिए बाजार में ही आता था। होटल्स एंड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव चौधरी कहते हैं कि शहर में करीब सात-आठ बड़े होटल और लगभग 100 लॉज और गेस्ट हाउस हैं। दरबार मूव के दौरान सभी होटल और लॉज को अच्छा काम मिलता है।
आंकड़े बताते हैं 500 करोड़ से ज्यादा के कारोबार का अनुमान
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दरबार मूव के दौरान कश्मीर से करीब 10,111 कर्मचारी जम्मू आते हैं। भारत सरकार के सांख्यिकी विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के शहरी क्षेत्रों में एक व्यक्ति का औसत मासिक खर्च 6,179 रुपये है। औसत परिवार का मासिक खर्च लगभग 27,800 रुपये होता है। इस हिसाब से सिर्फ कर्मचारी ही जम्मू में करीब 170 करोड़ रुपये खर्च करेंगे, वहीं सरकार 200 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करती है। इसके अलावा बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ आम कश्मीरी भी जम्मू आते हैं। इन सभी बातों के आधार पर विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि दरबार मूव के दौरान 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होगा। छोटे से लेकर बड़े कारोबारी इसका फायदा उठाएंगे।

Trending Videos
- छोटे दुकानदार से लेकर बड़े कारोबारी तक सबको पहुंचेगा फायदा
अमर उजाला ब्यूरो
जम्मू। सरकार की ओर से दरबार मूव की घोषणा के बाद कारोबार जगत इसे जम्मू की अर्थव्यवस्था के लिए बूस्टर डोज मान रहा है। यह केवल सरकारी कामकाज की प्रक्रिया नहीं है, बल्कि शहर के होटल, रेस्टोरेंट, दुकानों और अन्य व्यापारों के लिए छह महीने तक चलने वाला आर्थिक इवेंट है। जैसे ही कर्मचारी जम्मू आते हैं, शहर में खाने-पीने, रहने और खरीदारी का नकदी प्रवाह बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि सिर्फ छह महीने में इस मूव से शहर में करीब 500 करोड़ रुपये का कारोबार हो सकता है।
जम्मू विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्री वीरेंद्र कौण्डल कहते हैं कि कश्मीर से आने वाले कर्मचारी सिर्फ काम ही नहीं करते, बल्कि खाना-पीना, रहने और रोजमर्रा की चीज़ें खरीदने में भी खर्च करते हैं। इससे छोटे होटल, रेस्टोरेंट और दुकानें काफी फायदा उठाती हैं। बीते सालों के रुझान देखें तो मूव के दौरान होटल, रेस्टोरेंट और दुकानदारों की कमाई बढ़ती थी। केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के प्रोफेसर नरेश कुमार भी कहते हैं कि कश्मीर से आने वाले कर्मचारी अच्छी खरीदारी क्षमता रखते हैं। उनका खर्च सीधे जम्मू की अर्थव्यवस्था में डालता है। प्रोफेसर कुमार का कहना है कि इस बार स्थानीय बाजारों को ऑनलाइन शॉपिंग से भी टक्कर मिल सकती है।
विज्ञापन
विज्ञापन
हर सेक्टर को मिलेगा फायदा, होटल्स होंगे फुल
जम्मू चैंबर ऑफ ट्रेड्स एंड कॉमर्स के अध्यक्ष अरुण गुप्ता बताते हैं, दरबार मूव का असर हर सेक्टर पर पड़ता है। होटल, रेस्टोरेंट, किराने की दुकानें, छोटे-बड़े व्यापारी सबको फायदा मिलता है। जब तक दरबार मूव की व्यवस्था थी, 200 करोड़ रुपये के आसपास का खर्च सिर्फ सरकार ही करती थी, और वह पैसा भी कर्मचारियों के जरिए बाजार में ही आता था। होटल्स एंड रेस्टॉरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव चौधरी कहते हैं कि शहर में करीब सात-आठ बड़े होटल और लगभग 100 लॉज और गेस्ट हाउस हैं। दरबार मूव के दौरान सभी होटल और लॉज को अच्छा काम मिलता है।
आंकड़े बताते हैं 500 करोड़ से ज्यादा के कारोबार का अनुमान
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक दरबार मूव के दौरान कश्मीर से करीब 10,111 कर्मचारी जम्मू आते हैं। भारत सरकार के सांख्यिकी विभाग के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के शहरी क्षेत्रों में एक व्यक्ति का औसत मासिक खर्च 6,179 रुपये है। औसत परिवार का मासिक खर्च लगभग 27,800 रुपये होता है। इस हिसाब से सिर्फ कर्मचारी ही जम्मू में करीब 170 करोड़ रुपये खर्च करेंगे, वहीं सरकार 200 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च करती है। इसके अलावा बड़ी संख्या में कर्मचारियों के साथ आम कश्मीरी भी जम्मू आते हैं। इन सभी बातों के आधार पर विशेषज्ञ अनुमान लगा रहे हैं कि दरबार मूव के दौरान 500 करोड़ रुपये से ज्यादा का कारोबार होगा। छोटे से लेकर बड़े कारोबारी इसका फायदा उठाएंगे।