{"_id":"68f8e2a88ac3464dd30f058a","slug":"residents-of-ward-no-8-yearn-for-drinking-water-and-are-forced-to-buy-it-nuh-news-c-25-1-mwt1001-107207-2025-10-22","type":"story","status":"publish","title_hn":"Nuh News: वार्ड नंबर-8 के लोग पेयजल को तरसे, खरीदकर पीने को मजबूर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Nuh News: वार्ड नंबर-8 के लोग पेयजल को तरसे, खरीदकर पीने को मजबूर
विज्ञापन
विज्ञापन
अधिकारियों और प्लांट संचालकों की सांठगांठ से सप्लाई बाधित, विजिलेंस जांच की मांग उठी
संवाद न्यूज एजेंसी
पुन्हाना। शहर के वार्ड नंबर 8 में पिछले एक वर्ष से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी है। समस्या को लेकर वार्ड वासियों ने विभाग के एसडीओ को समस्या से कई बार अवगत कराया लेकिन उन्हें हर बार केवल आश्वासन मिला। वार्डवासियों का आरोप है कि विभाग के अधिकारियों और प्लांट संचालक की मिलीभगत का खामियाजा वार्ड के सैकड़ों परिवार भुगत रहे है। वार्ड के लोग एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं और मजबूरी में रोजाना पानी खरीदकर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं।
वार्डवासी धर्मपाल, रोहित, काले, रणधीर आदि लोगों का कहना है कि समस्या को लेकर उन्होंने दर्जनों बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की। साथ ही सीएम विंडो पर भी कई बार मामला दर्ज कराया लेकिन नतीजा जीरो रहा। विभागीय अधिकारी केवल जल्द सप्लाई शुरू करने का भरोसा देकर पीछा छुड़ा लेते हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र की मुख्य लाइन में विभाग ने अनावश्यक रूप से वॉल लगाई हुई है। इसके कारण उनका हक का पानी नलों तक न पहुंचकर शहर के कुछ पानी प्लांटों में सप्लाई किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि जमीनी पानी खारा होने के कारण किसी काम का नहीं है। घरेलू कार्य व पीने के लिए प्रतिदिन पानी खरीदना पड़ता है। उनकी समस्या पर न तो विभाग ध्यान दे रहा है और न ही स्थानीय व जिला प्रशासन। वार्ड वासियों ने प्रशासन का चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वो जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के सामने धरने पर बैठ कर प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगें।
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- --
पिछले एक साल से हमारे यहां नलों में पानी नहीं आ रहा। हर सप्ताह शिकायत करते हैं लेकिन अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं। हालात यह है कि वार्ड के तीन चार परिवार मिलकर हर तीसरे दिन टैंकर से पानी खरीदते है और जरूरतें पूरी करते है। -मोनू
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- --
विभाग के कुछ कर्मचारी और प्लांट मालिकों के बीच सांठगांठ है। यही वजह है कि हमारी लाइन में जानबूझकर अनावश्यक वॉल लगाकर पानी रोका गया है। अधिकारी सब जानते हैं लेकिन कार्रवाई कोई नहीं करता। हम चाहते हैं कि इसकी विजिलेंस जांच करवाई जाए। -निहालचंद
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -- --
पानी की किल्लत ने पूरे वार्ड की जिंदगी मुश्किल बना दी है। महिलाएं रोजाना घरेलू कार्य के लिए काफी दूर से पानी भरकर लाती हैं। गर्मी के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। शहर में सरकारी सप्लाई होने के बावजूद लोग पानी खरीदने को मजबूर हैं। -भगवती
-- -- -- -- -- -- -- -- -- --
वार्ड वासियों ने कई बार विभाग के एसडीओ सुमित वर्मा से फोन पर और दफ्तर जाकर शिकायत की लेकिन उन्होंने केवल यह कहा कि जल्द पानी की लाइन दुरुस्त कर दी जाएगी। इसके बावजूद एक साल में कुछ नहीं हुआ। अधिकारी न तो खुद आते हैं और न ही कर्मचारियों को भेजते हैं। जल्द पानी की सप्लाई शुरू नहीं की गई तो विभाग कार्यालय का घेराव करेंगे। -नीतू आर्य
-- -- -- -- -- -- -- -- -- -- -
अवैध कनेक्शन व पानी की लाइन ऊंची होने के कारण वार्ड के कई मकानों में पानी नहीं पहुंच पाता। पिछले कुछ दिनों से मोटर भी जली हुई है जिसके कारण पेयजल आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है। जल्द ही समस्या का समाधान कराकर वार्ड में पानी की सप्लाई शुरू कराई जाएगी। -सुमित वर्मा, एसडीओ जन स्वास्थ्य विभाग पुन्हाना।
-- -- -- -- -- -- -- --
फोटो: वार्ड में सूखे पड़े नल।
Trending Videos
संवाद न्यूज एजेंसी
पुन्हाना। शहर के वार्ड नंबर 8 में पिछले एक वर्ष से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी है। समस्या को लेकर वार्ड वासियों ने विभाग के एसडीओ को समस्या से कई बार अवगत कराया लेकिन उन्हें हर बार केवल आश्वासन मिला। वार्डवासियों का आरोप है कि विभाग के अधिकारियों और प्लांट संचालक की मिलीभगत का खामियाजा वार्ड के सैकड़ों परिवार भुगत रहे है। वार्ड के लोग एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं और मजबूरी में रोजाना पानी खरीदकर अपनी जरूरतें पूरी कर रहे हैं।
वार्डवासी धर्मपाल, रोहित, काले, रणधीर आदि लोगों का कहना है कि समस्या को लेकर उन्होंने दर्जनों बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत की। साथ ही सीएम विंडो पर भी कई बार मामला दर्ज कराया लेकिन नतीजा जीरो रहा। विभागीय अधिकारी केवल जल्द सप्लाई शुरू करने का भरोसा देकर पीछा छुड़ा लेते हैं। स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उनके क्षेत्र की मुख्य लाइन में विभाग ने अनावश्यक रूप से वॉल लगाई हुई है। इसके कारण उनका हक का पानी नलों तक न पहुंचकर शहर के कुछ पानी प्लांटों में सप्लाई किया जा रहा है।
विज्ञापन
विज्ञापन
स्थानीय लोगों ने बताया कि जमीनी पानी खारा होने के कारण किसी काम का नहीं है। घरेलू कार्य व पीने के लिए प्रतिदिन पानी खरीदना पड़ता है। उनकी समस्या पर न तो विभाग ध्यान दे रहा है और न ही स्थानीय व जिला प्रशासन। वार्ड वासियों ने प्रशासन का चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वो जन स्वास्थ्य विभाग कार्यालय के सामने धरने पर बैठ कर प्रशासन के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेगें।
पिछले एक साल से हमारे यहां नलों में पानी नहीं आ रहा। हर सप्ताह शिकायत करते हैं लेकिन अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं। हालात यह है कि वार्ड के तीन चार परिवार मिलकर हर तीसरे दिन टैंकर से पानी खरीदते है और जरूरतें पूरी करते है। -मोनू
विभाग के कुछ कर्मचारी और प्लांट मालिकों के बीच सांठगांठ है। यही वजह है कि हमारी लाइन में जानबूझकर अनावश्यक वॉल लगाकर पानी रोका गया है। अधिकारी सब जानते हैं लेकिन कार्रवाई कोई नहीं करता। हम चाहते हैं कि इसकी विजिलेंस जांच करवाई जाए। -निहालचंद
पानी की किल्लत ने पूरे वार्ड की जिंदगी मुश्किल बना दी है। महिलाएं रोजाना घरेलू कार्य के लिए काफी दूर से पानी भरकर लाती हैं। गर्मी के मौसम में स्थिति और भी भयावह हो जाती है। शहर में सरकारी सप्लाई होने के बावजूद लोग पानी खरीदने को मजबूर हैं। -भगवती
वार्ड वासियों ने कई बार विभाग के एसडीओ सुमित वर्मा से फोन पर और दफ्तर जाकर शिकायत की लेकिन उन्होंने केवल यह कहा कि जल्द पानी की लाइन दुरुस्त कर दी जाएगी। इसके बावजूद एक साल में कुछ नहीं हुआ। अधिकारी न तो खुद आते हैं और न ही कर्मचारियों को भेजते हैं। जल्द पानी की सप्लाई शुरू नहीं की गई तो विभाग कार्यालय का घेराव करेंगे। -नीतू आर्य
अवैध कनेक्शन व पानी की लाइन ऊंची होने के कारण वार्ड के कई मकानों में पानी नहीं पहुंच पाता। पिछले कुछ दिनों से मोटर भी जली हुई है जिसके कारण पेयजल आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो रही है। जल्द ही समस्या का समाधान कराकर वार्ड में पानी की सप्लाई शुरू कराई जाएगी। -सुमित वर्मा, एसडीओ जन स्वास्थ्य विभाग पुन्हाना।
फोटो: वार्ड में सूखे पड़े नल।