Parliament Security Breach: आरोपियों ने पुलिस के सामने ही चलाए स्मोक केन, किरकिरी के बाद विभाग ने की आपात बैठक
संसद के बाहर पुलिस के सामने ही नीलम व अमोल शिंदे ने पीले व लाल रंग के स्मोक केन चला दिए और पुलिस उन्हें रोक नहीं पाई। पूरे घटनाक्रम के बाद गृह सचिव ने पुलिस को जमकर फटकार लगाई।
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सबसे सुरक्षित माने जाने वाले संसद भवन में सेंध लगाने के मामले में दिल्ली पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। कड़े सुरक्षा इंतजाम के बावजूद लखनऊ निवासी सागर शर्मा और मैसूर निवासी डी. मनोरंजन संसद में जूते में छिपाकर स्मोक केन (धुआं बम) लेकर घुसने में कामयाब हो गए। वहीं, संसद के बाहर पुलिस के सामने ही नीलम व अमोल शिंदे ने पीले व लाल रंग के स्मोक केन चला दिए और पुलिस उन्हें रोक नहीं पाई। पूरे घटनाक्रम के बाद गृह सचिव ने पुलिस को जमकर फटकार लगाई। साथ ही, गृह मंत्रालय ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।
किरकिरी होने के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की आपात बैठक बुला ली। खुफिया विभाग, पुलिस की स्पेशल सेल व अन्य एजेंसियां आरोपियों से पूछताछ कर रहीं हैं। देर रात पुलिस ने मामला भी दर्ज कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, सागर शर्मा व डी मनोरंजन से स्पेशल सेल लोधी कॉलोनी में और नीलम व अमोल से संसद मार्ग थाने में खुफिया एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं। चारों ने मोबाइल व अन्य सामान फरार आरोपियों के पास छोड़ रखे थे। सुबह दिल्ली पहुंचने से पहले सभी ने रात गुरुग्राम में गुजारी थी। पुलिस जांच कर रही है कि आरोपी किस संगठन से जुड़े हुए हैं और मकसद क्या था? कहीं इनके संबंध खालिस्तान समर्थकों से तो नहीं हैं।
हंगामे के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा मौके पर पहुंचे और स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने सभी जिलों के पुलिस उपायुक्तों की बैठक बुलाई। सीआरपीएफ के डीजी भी मौके पर पहुंचे। बताया जा रहा है कि नई दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त ने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा नहीं लिया था।
ललित की तलाश में दबिश
पुलिस छठे आरोपी ललित झा की तलाश में दिल्ली, गुरुग्राम व नोएडा में दबिश दे रही है। चारों आरोपियों ने ललित को अपने मोबाइल व अन्य सामान दे दिया था। ललित सभी के मोबाइल लेकर गायब है। आरोपियों के मोबाइलों से काफी कुछ खुलासा होने की संभावना है।
सांस लेने में होती है दिक्कत
अमूमन धुआं बम या स्मॉग केन का इस्तेमाल शादी-जश्न या त्योहार के दौरान होता है। गत्ते के पतले गोल डिब्बे में रंगों के साथ कुछ केमिकल को मिलाकर इसे बनाया जाता है। इसके ढक्कन के ऊपर एक तार लगा रहता है जिसे खींचते ही स्मॉग केन से रंगीन धुआं निकलने लगता है। इससे सांस लेने में दिक्कत होती है।
खामोशी से बैठे थे दोनों संदिग्ध
लोकसभा की दर्शक दीर्घा में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी मोहन दानप्पा ने कहा कि हम लोकसभा की कार्यवाही देखने आए थे। सभी लोग चुपचाप बैठे थे। अचानक दो प्रदर्शनकारी उठे और गैलरी से कूद कर सदन कक्ष में चले गए। इसके बाद सांसदों में अफरा-तफरी मच गई।