डीयू में यूजी-पीजी के ओपन बुक एग्जाम एक जुलाई से, परीक्षा के दौरान किताब, नोट्स का भी प्रयोग कर सकेंगे
दिल्ली विश्वविद्यालय में यूजी-पीजी के अंतिम वर्ष के छात्रों के एक जुलाई से ओपन बुक एग्जाम होंगे। इस व्यवस्था के तहत नियमित कॉलेज, स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) व नॉन कॉलेजिएट वूमेन एजुकेशन बोर्ड (एनसीवेब) के लगभग ढाई लाख छात्र-छात्राएं घर से ही परीक्षा देंगे। वे परीक्षा देने के लिए किताबों, नोट्स व अन्य लिखित सामग्री का भी प्रयोग कर सकेंगे।
परीक्षा की तिथियां इस माह के अंत तक जारी कर दी जाएंगी। जबकि पहले व दूसरे वर्ष के छात्रों के लिए परीक्षा गाइडलाइंस अलग से जारी की जाएंगी।
दिल्ली विश्वविद्यालय की ओर से ओपन बुक एग्जाम को लेकर गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई हैं। अधिकारियों के अनुसार फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम एक जुलाई से कराए जाएंगे। एक दिन में तीन शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की जाएगी। रविवार को भी परीक्षा होगी। परीक्षा की अवधि दो घंटे की होगी।
इसके अलावा एक घंटा पेपर डाउनलोड करने, स्कैनिंग व उत्तर पुस्तिका अपलोड करने के लिए दिया जाएगा। प्रश्न पत्र डाउनलोड करने के लिए अलग से पोर्टल होगा जहां लॉग इन करने के लिए आईडी व पासवर्ड दिया जाएगा। प्रश्न पत्र डाउनलोड करने के बाद छात्र को ए-4 साइज के प्लेन पेपर पर प्रश्न पत्र हल करना होगा। प्रश्न पत्र में छह प्रश्न होंगे जिसमें से चार हल करने होंगे।
नियमित कॉलेज के छात्रों के लिए प्रश्न पत्र 75 अंक, जबकि एसओएल व एनसीवेब के छात्रों के लिए 100 अंकों का होगा। ओपन बुक एग्जाम के लिए प्रश्न पत्र इस तरह से तैयार किए जाएंगे जिससे छात्रों की समझ और विश्लेषण कौशल को परखा जा सके।
प्रश्न पत्र के तीन सेट होंगे जिनमें कठिनता का स्तर मध्यम होगा। पीजी के छात्रों के लिए ओपन बुक एग्जाम की अलग से डेट शीट विभागों की ओर से जारी की जाएगी। यूजी-पीजी के दृष्टिबाधित छात्र किस तरह से परीक्षा देंगे, इसके लिए भी गाइडलाइंस जल्द ही जारी की जाएंगी।
दूसरी ओर यूजी कोर्स में दूसरे, चौथे सेमेस्टर और पीजी कोर्स में दूसरे सेमेस्टर केे छात्रों की परीक्षा के लिए कोई गाइडलाइंस जारी नहीं की गई हैं। बताया जा रहा है कि आंतरिक मूल्यांकन और छात्रों के पिछले प्रदर्शन के आधार पर उनका मूल्यांकन किया जाएगा।
विभिन्न राज्यों के कंप्यूटर सेंटरों से की जा रही बातचीत
छात्रों को परीक्षा देते समय इंटरनेट, स्कैनिंग इत्यादि की दिक्कत ना हो इसके लिए विवि प्रशासन विभिन्न राज्यों के कंप्यूटर सेंटरों से भी बातचीत करने की तैयारी कर रहा है। ताकि किसी छात्र के पास इंटरनेट, स्कैनिंग और डाउनलोडिंग की व्यवस्था नहीं होेने पर वह कंप्यूटर सेंटर में जाकर परीक्षा दे सके। ओपन बुक एग्जाम के साथ छात्रों से एक शपथ पत्र भी लिया जाएगा।