सीट का इतिहास
इस सीट का इतिहास जुदा रहा है। 1969 में अयोध्या समेत कांग्रेस ने तीन सीटें जीतीं। 1991 की अयोध्या राममंदिर लहर में भाजपा ने सभी सीटों पर भगवा परचम लहरा दिया। इस सीट पर कांग्रेस के अलावा सपा प्रत्याशी को भी जीत मिली है। हालांकि अधिकांशतः भाजपा का ही सीट पर कब्जा रहा है। पिछले चुनाव में यहां से भाजपा प्रत्याशी वेद प्रकाश गुप्ता को जीत मिली थी। मौजूदा समय में अयोध्या पूरी तरह राममय नजर आ रही है।
| जाति | मतदाता |
| ब्राह्मण | 45 हजार |
| मुस्लिम | 44 हजार |
| वैश्य | 42 हजार |
| यादव | 36 हजार |
| चौहान | 33 हजार |
| निषाद | 24 हजार |
| ठाकुर | 22 हजार |
| कुर्मी | 17 हजार |
| कोरी | 15 हजार |
| पासी | 14 हजार |
| दलित | 14 हजार |
| कायस्थ | 10 हजार |
| मौर्य | 10 हजार |
| अन्य | 23 हजार |
बेरोजगारी, उद्योग की कमी समेत मूलभूत जरूरतों बिजली, पानी, मकान, सड़क का अभाव।
सनातन धर्म का सबसे प्राचीन नगर।
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