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बड़ौत विधानसभा चुनाव 2022 परिणाम

कृष्म पाल मलिक
भाजपा जीत
विधानसभा क्षेत्र श्रेणी
GEN सीट
कुल निर्वाचक
-
कुल मतदान
-
मतदान प्रतिशत
-
विजेता के वोट
-
वोट प्रतिशत
--
जीत का अंतर
-
मार्जिन प्रतिशत
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बड़ौत विधानसभा 2022 सीट प्रत्याशी

प्रत्याशी
पार्टी
कांग्रेस
आम आदमी पार्टी
रालोद
निर्दलीय

सीट का इतिहास 
सीट पर ज्यादा समय तक किसी एक दल या व्यक्ति का दबदबा नहीं रहा। यहां बदलाव की बयार बहती रही। 1952 में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में उमराव दत्त वेद विधानसभा पहुंचे। 1957 में आचार्य दीपांकर भी निर्दलीय के प्रत्याशी के रूप में जीत दर्ज की। 1962 में कांग्रेस के प्रत्याशी मूलचंद शास्त्री और 1967 में सीपीआई के टिकट पर आचार्य दीपांकर ने जीत दर्ज की। 1979 में कांग्रेस के विक्रम सिंह विधायक बने। परिसीमन बदला तो बड़ौत सीट खत्म कर बरनावा बन गई। 2008 में एक बार फिर परिसीमन बदलने के बाद 2012 में चुनाव हुए तो बसपा के लोकेश दीक्षित जीते। 2017 में रालोद छोड़कर भाजपा में आए केपी मलिक ने रालोद के साहब सिंह को करीब 26 हजार वोटों से हराया। 

  • कुल मतदाता 288039
  • पुरुष मतदाता 161925
  • महिला मतदाता 126114
जाति     मतदाता
जाट     एक लाख 15 हजार
मुस्लिम     60 हजार
जैन     50 हजार
अन्य    50 हजार
  • अपने विधायक को जानें
  • कृष्णपाल मलिक उर्फ केपी मलिक (भाजपा)। 
  • उम्र    60 वर्ष
  • शिक्षा    10 वीं

 

  • क्षेत्र के बड़े मुद्दे

किसानों और विकास नहीं होना।

  • प्रमुख स्थल

रिम-धुरा उद्योग, आकर्षक जैन मंदिर, जाट कॉलेज।

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