बिल्सी विधानसभा सीट आजादी से लेकर 2012 तक अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित रही। इसमें पूर्व में पांच बार स्वर्गीय केशोराम मौर्य विधायक रहे। उनकी मृत्यु के बाद उनके पुत्र स्वर्गीय भोलाशंकर मौर्य भी इस सीट से तीन बार विधायक चुने गए। फिर उनके पुत्र आशुतोष मौर्य इस सीट से विधायक चुने गए। बिसौली की विधानसभा सीट एससी के लिए आरक्षित होने पर उन्होंने इस विधानसभा क्षेत्र को छोड़ दिया। सामान्य सीट होने पर हाजी मुर्सरत अली उर्फ बिट्टन को यहां से विधायक चुना गया। 2017 के चुनाव में वह वर्तमान विधायक आरके शर्मा से हार गए।
कुल मतदाता : 3.34 लाख
पुरुष मतदाता : 1,83,747
महिला मतदाता : 1,50,280
| जाति | मतदाता |
| क्षत्रिय | 40 हजार |
| मौर्य, शाक्य व अनुसूचित जाति | 40 हजार |
आरके शर्मा (भाजपा)
उम्र : 50
बिल्सी में लंबे समय से रोडवेज डिपो का मुद्दा चल रहा है। जोकि अभी तक पूरा नहीं हो सका है।
बिल्सी नगर को धार्मिक नजरिये से छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है। क्षेत्र में हर गांव कस्बों में मंदिर हैं। मजिस्दें भी काफी हैं।
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