सीट का इतिहास
अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित धनघटा विधान सभा क्षेत्र पूर्व में हैंसर बाजार विधान सभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। वर्ष 2009 में हुए परिसीमन में हैंसर बाजार विधान सभा क्षेत्र की जगह इसका नाम बदलकर धनघटा विधान सभा क्षेत्र हुआ। यहां चार बार कांग्रेस, एक बार जनसंघ, एक बार जनता पार्टी, एक बार बसपा, दो बार सपा, एक बार जदयू, एक बार निर्दल और तीन बार भाजपा के खाते में सीट रही है।
| जाति | मतदाता |
| दलित | 1.50 लाख |
| पिछड़ी जाति | एक लाख |
| यादव | 50 हजार |
| अन्य | 50 हजार |
उद्योग धंधे का कोई साधन नहीं, बाढ़ की समस्या, हैंसर बाजार, धनघटा और महुली को नगर पंचायत बनाने की मांग, ढढ़वा और जिगिना ताल का सौंर्न्यीकरण नहीं होना।
बंसवारी गांव में बाबा बैजूनाथ धाम में शिव मंदिर, हैंसर में हस्वेश्वर नाथ शिवमंदिर, धनघटा में दानीनाथ शिव मंदिर और पौली में कंकडेश्वरनाथ शिवमंदिर, घाघरा नदी के बिडहर घाट के किनारे मुक्तिधाम।
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