सीट का इतिहास
इस विधान सभा सीट से 2017 में निर्वाचित विधायक फागू चौहान को बिहार का राज्यपाल बना दिए जाने के बाद खाली हुई सीट पर वर्ष 2019 में हुए उपचुनाव में भाजपा के विजय राजभर विधायक चुने गए। फागू चौहान की परंपरागत सीट मानी जाती है। इस सीट पर भाकपा का कब्जा रहता था, लेकिन कांग्रेस के कद्दावर नेता कल्पनाथ राय के जीवन काल में एक बार कांग्रेस, एक बसपा, एक बार सपा को जीत मिली। फागू चौहान यहां से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं।
| जाति | मतदाता |
| मुस्लिम | 86 हजार |
| दलित | 71 हजार |
| यादव | 57 हजार |
| राजभर | 52 हजार |
| क्षत्रिय | 46 हजार |
| राजपूत | 16 हजार |
| निषाद | 13 हजार |
| मौर्य | 10 हजार |
| भूमिहार | नौ हजार |
| ब्राह्मण | आठ हजार |
| वैश्य | सात हजार |
| साहू | सात हजार |
| विश्वकर्मा | छह हजार |
| अन्य | 25 हजार |
विकास न होना, सिंचाई की समस्या।
राजा नहुष की कोट, चीनी मिल, आसवनी मिल।
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