सीट का इतिहास
1989 और 1991 के विधानसभा चुनाव में लगातार दो बार निर्दलीय विधायक राना कृष्ण किंकर सिंह को जीत मिली। इसके बाद 1993 से 2012 तक लगातार पांच रामप्रसाद चौधरी विधायक बने। वे तीन बार भाजपा, एक-एक बार सपा और बसपा से जीतकर विधानसभा पहुंचे। 2017 में भाजपा के सीए चंद्रप्रकाश शुक्ल को जीत मिली।
| जाति | मतदाता |
| दलित | 70 हजार |
| कुर्मी | 69 हजार |
| ब्राह्मण | 43 हजार |
| मुस्लिम | 40 हजार |
| यादव | 25 हजार |
| ठाकुर | 20 हजार |
| राजभर | 13 हजार |
| मौर्या | 10 हजार |
| वैश्य | नौ हजार |
| अन्य | 38 हजार |
पुल नहीं होने से परिवहन संसाधनों का अभाव, जर्जर सड़कें, कोल्ड स्टोरेज न होना, कोई आैद्योगिक इकाई नहीं।
झुंगीनाथ मंदिर, सरयू और कुआनो नदी के घाट।
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