यह सीट 1967 में बनी और पहली बार भारतीय जनसंघ केएस शर्मा यहां से चुने गए। इस सीट का पुनर्गठन वर्ष 2012 के चुनाव से पूर्व हुआ था। उस समय इस सीट के कई हिस्से उत्तर सीट में चले गए थे। वहीं मध्य सीट में आने वाली राजाजीपुरम कॉलोनी, सआदतगंज क्षेत्र समेत कई बड़े हिस्से पश्चिम सीट में आ गए थे। इस सीट में मुख्य रूप से पुराने लखनऊ के इलाके आते हैं। पुनर्गठन से पूर्व इस सीट पर 1989 से 2007 तक भाजपा का कब्जा रहा। वर्ष 1989 से 1993 तक भाजपा के रामकुमार शुक्ला यहां जीते और उसके बाद वर्ष 1996 से 2007 तक मध्य प्रदेश के पूर्व राज्यपाल लालजी टंडन यहां से विधायक हुए। वर्ष 2009 के उप चुनाव में कांग्रेस से श्याम किशोर शुक्ला ने जीत दर्ज कराई। पुनर्गठन के बाद वर्ष 2012 में भाजपा के सुरेश श्रीवास्तव को हराकर सपा से रेहान नईम जीते और फिर 2017 में भाजपा से सुरेश श्रीवास्तव ने जीत दर्ज करायी।
कुल मतदाता : 425892
महिला : 196111
पुरुष : 229781
| जाति | मतदाता |
| मुस्लिम | 1.50 लाख |
| ब्राह्मण | 50 हजार |
| कायस्थ | 45 हजार |
| पासी | 35 हजार |
| यादव | 25 हजार |
| लोधी | 15 हजार |
| क्षत्रिय | 10 हजार |
| वैश्य | 10 हजार |
सुरेश श्रीवास्तव (भाजपा) अप्रैल महीने में कोरोना संक्रमण के चलते उनका निधन हो गया।
उम्र :76
शिक्षा :ग्रेजुएट
राजाजीपुरम से मुख्य शहर हजरतगंज, विधानभवन जाने के लिए मुख्य संपर्क मार्ग का अभाव। हैदर कैनाल के ऊपर से पुल बनने का प्रस्ताव ठंडा। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की कमी, कैंपवेल रोड का चौड़ीकरण व आसपास की अनियोजित कॉलोनियों का विकास। पुराने लखनऊ में पीने के पानी व बिजली की समस्या।
टिकैतराय तालाब, शीतला देवी मंदिर, काला इमामबाड़ा, कश्मीरी मोहल्ला, सआदतगंज।
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