सीट का इतिहास
वर्ष 1991 में राम पियारे आज़ाद भारतीय जनता पार्टी से विधायक बने। 1993 से 2002 तक भाजपा के चंद्रकिशोर को जीत मिली। इसके बाद 2007 में भाजपा के किले तोड़ते हुए सपा के श्रीपति और 2012 में सपा के सुदामा ने जीत हासिल की। 2017 में भाजपा ने फिर वापसी की और जयमंगल कनौजिया को जीत मिली।
| जाति | मतदाता |
| दलित | 1.50 लाख |
| यादव | 60 हजार |
| शाक्य | 50 हजार |
| ब्राह्मण | 40 हजार |
| ठाकुर | 40 हजार |
| अन्य | 50 हजार |
उद्योग धंधों की स्थापना, जल निकासी की व्यवस्था, रोजगार की व्यवस्था, कृषि विकास से जुड़े कार्य।
इटहिया शिव मंदिर।
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