सीट का इतिहास: मनकापुर राजघराने का वर्चस्व कायम है। अनूसूचित जाति की भूमिका निर्णायक स्थिति में है। मनकापुर विधानसभा सुरक्षित सीट से मौजूदा समय में भाजपा से रमापति शास्त्री विधायक हैं जोकि योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्री हैं। वर्ष 2012 में सपा से बाबूलाल ने जीत दर्ज की थी। वर्ष 2007, 2002, 1996 में सपा से रामविशुन आजाद विधायक रहे। रामविशुन आजाद पर मनकापुर राजघराने की कृपा रही, जिससे वह तीन बार विधायक चुने गए। वर्ष 1993 में कांग्रेस से राम विशुन आजाद ने जीत दर्ज की थी। 1991 में राम लहर से भाजपा के छेदीलाल ने जीत दर्ज की। 1989 व 1985 में भी कांग्रेस से रामविशुन आजाद ने ही जीत दर्ज की थी। 1980 में कांग्रेस छेदीलाल जीते थे, और 1977 में कांग्रेस से जगदंबा प्रसाद विधायक चुने गए थे। इस सीट पर राज घराने का दबदबा आज भी कायम है।
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जाति |
मतदाता |
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ब्राह्मण मतदाता |
65 |
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अनुसूचित जाति |
62 |
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मुस्लिम |
55 |
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क्षत्रिय |
40 |
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यादव |
28 |
मनकापुर क्षेत्र में बने इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज (आईटीआई) की देखरेख न होने से पहचान फीकी पड़ रही है। मनकापुर-उतरौला मार्ग अति जर्जर होने से लोग परेशान रहते हैं।
राजघराना मनकापुर भवन, भारत सरकार का उपक्रम आईटीआई (इंडियन टेलीफोन इंडस्ट्रीज), कौरहेनाथ शिवमंदिर। इसके अलावा टिकरीजंगल, महर्षि पतंजलि का आश्रम, कोंड़र झील, पार्वती अरगा झील पर्यटन स्थल जहां ठंड के मौसम में विदेशी पक्षियों का कलरव देखने को मिलता है।
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