सीट का इतिहास
यह विधान सभा पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बीरबहादुर सिंह का गढ़ मानी जाती है। वे पांच बार कांग्रेस से चुनाव जीते थे। इस क्षेत्र में उनका खास दबदबा था। इसके बाद ज्ञानेंद्र सिंह भाजपा से चार बार विधायक रहे। 2017 में भी उनकाे जीत मिली। वर्ष 2017 के पहले यह श्यामदेउरवां विधानसभा सीट के नाम से जानी जाती थी।
| जाति | मतदाता |
| निषाद | 90 हजार |
| सैथवार | 80 हजार |
| ब्राह्मण | 60 हजार |
| यादव | 60 हजार |
| ठाकुर | 50 हजार |
| अन्य | 60 हजार |
बिजली, बाढ़ से बचाव, सड़क, परिवहन, शिक्षा।
आम का कारोबार, राइस मिल।
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