सीट का इतिहासः आजादी के बाद 1967 में यह विधानसभा सीट अस्तित्व में आई। पहला चुनाव जनसंघ प्रत्याशी ने जीता। इस विधानसभा से जनसंघ, कांग्रेस, बीकेडी, सपा, बसपा, जनतादल, जनता पार्टी के प्रत्याशी चुनाव जीत कर विधान सभा पहुंच चुके हैं। वर्तमान में यह सीट भाजपा के पास है। इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मुस्लिम मतदाता है। इसके अलावा शाक्य, ठाकुर, यादव, दलित, ब्राह्मण, वैश्य, बघेल, लोधी, कश्यप सहित अन्य जाति के मतदाता निवास करते हैं। इस विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 9 बार ठाकुर प्रत्याशियों ने जीत हांसिल की है। इसके बाद तीन बार मुस्लिम, दो बार यादव, एक बार शाक्य प्रत्याशी चुनाव जीत चुके हैँ। ममतेश शाक्य ने वर्ष 2007 में सोंरों विधानसभा से बसपा से चुनाव लड़ा, 2012 में अमापुर विधानसभा सीट से बसपा से विधायक बने। इसके बाद 2017 के चुनाव में भाजपा में शामिल होकर इस विधानसभा से चुनाव लड़कर जीत हांसिल की।
| जाति | मतदाता |
| मुस्लिम | 50,000 हजार |
| अन्य | 49,000 हजार |
| यादव | 45,000 हजार |
| अनुसूचित जाति | 45,000 हजार |
| ठाकुर | 40, 000 हजार |
| शाक्य | 35,000 हजार |
| बघेल | 35,000 हजार |
| वैश्य | 30,000 हजार |
| ब्राह्मण | 25,000 हजार |
| लोधी | 10,000 हजार |
यह विधानसभा क्षेत्र विख्यात कवि अमीर खुसरो की जन्मस्थली है।
पटियाली विधानसभा क्षेत्र का इलाका गंगा की खादर का इलाका है। इस इलाके के लोगों को बाढ़ की विभीषिका का सामना करना पड़ता है, लेकिन बाढ़ रोकने के लिए उचित प्रबंध वर्षों से नहीं हो पाए हैं। इसके अतिरिक्त यहां पर परिवहन की सेवाएं नहीं हैं। कोई बस स्टैंड नहीं है। निजी परिवहन के सहारे ही क्षेत्र की जनता है। उद्योग कोई नहीं है।
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