सीट का इतिहासः यह सीट भाजपा के पास है। सैंथवार समाज से आने वाले महेंद्र पाल सिंह ने 2017 का चुनाव जीता था। भाजपा को पहलीबार 1991 में जीत मिली थी। तब लल्लन प्रसाद त्रिपाठी चुनाव जीते थे। इसके बाद महेंद्र पाल सिंह चुनाव जीते हैं। 2012 में सपा की राजमति निषाद व 2007 में बसपा के जमुना निषाद ने चुनाव जीता था। पिछले विधानसभा चुनाव में कुल 2,46,015 वोट पड़े थे। भाजपा प्रत्याशी को 82739 वोट मिले थे। बीएससी के आफताब आलम उर्फ गुड्डू को 69930 वोट मिले थे।
| जाति | मतदाता |
| एससी | 45 हजार |
| कुर्मी | 45 हजार |
| वैश्य | 40 हजार |
| मुस्लिम | 35 हजार |
| निषाद | 35 हजार |
| सैंथवार | 35 हजार |
| ब्राह्मण | 32 हजार |
| यादव | 30 हजार |
| क्षत्रिय | 20 हजार |
| मौर्य | 18 हजार |
| कायस्थ | 15 हजार |
| एसटी | 3 हजार |
रोजगार की सबसे बड़ी समस्या है। सड़के टूटी होने से राहगीर परेशान हैं।
मोटे शिव मंदिर का खास महत्व है। पंडित दीनदयाल इंटर कॉलेज पिपराइच परिसर में मंदिर है। भाजपा सरकार में ही पिपराइच चीनी मिल चली। यूपी का पहला आयुष विश्वविद्यालय भी इसी क्षेत्र में खुल रहा है।
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