सीट का इतिहासः सदर (जयसिंहपुर) विधानसभा क्षेत्र कभी भी पारिवारिक नहीं रहा। सीट पर कांग्रेस, बसपा, सपा व भाजपा के प्रत्याशी विजयी होते रहे हैं। क्षेत्र में कभी बड़ा उलटफेर नहीं हुआ है। केंद्र में जनता पार्टी की सरकार में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जेल भेजे जाने के विरोध में कांग्रेस के देवेंद्र पांडेय द्वारा कोलकाता से एक प्लेन हाईजैक कर लेने के बाद यह क्षेत्र चर्चा में आया था। वर्ष 1980 के चुनाव में कांग्रेस ने देवेंद्र पांडेय को टिकट दिया तो वे लगातार दो बार (1984) विजयी हुए। क्षेत्र में सवर्ण, अनुसूचित जाति के अलावा पिछड़ी जातियों में कुर्मी, पाल, यादव और मुस्लिम मतदाता महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से सेवानिवृत्त पीसीएस अफसर सीताराम वर्मा विजयी हुए। इसके पहले वर्ष 2012 में सपा से अरुण वर्मा विधायक चुने गए थे।
| जाति | मतदाता |
| अनुसूचित जाति | 74,439 |
| ब्राह्मण | 67,966 |
| मुस्लिम | 45,311 |
| कुर्मी | 44,312 |
| अन्य | 39,484 |
| क्षत्रिय | 35,365 |
| यादव | 31,985 |
विधानसभा क्षेत्र में कोई खास प्रमुख स्थल नहीं है। सामान्य रहन-सहन वाले लोगों का मुख्य व्यवसाय कृषि है। इस क्षेत्र से लखनऊ-गाजीपुर पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे निर्माणाधीन है।
क्षेत्र की बदहाल सड़कें, सेमरी कस्बे को ब्लॉक बनाने का मुद्दा वर्ष 2010 से चला आ रहा है।
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