2012 में अस्तित्व में आई इस विधानसभा सीट को पहले गंगापुर के नाम से जाना जाता था। समाजवादी कांग्रेस और वामपंथियों का ही झंडा लहराता रहा। 2017 में भाजपा से गठबंधन के चलते अपना दल (एस) को सीट मिली थी। सेवापुरी ब्लाॅक को देश का पहला मॉडल ब्लॉक बनाया जा रहा है। वाराणसी जिला दक्षिणी से सेवापुरी विधानसभा तक के 60 साल के चुनावी सफर में क्रांतिकारी समाजवादी राजनारायण ने जो समाजवाद की नींव रखी। इन छह दशक में महज दो मौके ऐसे आए जब भगवा ब्रिगेड को परचम लहराने का मौका मिला, अन्यथा 16 चुनावों में समाजवादी, कांग्रेसी और वामपंथ का ही झंडा लहराता रहा। एक मौका अपना दल को मिला। सेवापुरी विधानसभा सीट 2012 में वजूद में आई। इसमें पूर्व की गंगापुर विधानसभा का आधा हिस्सा मिलाया गया। 1952 में जब पहला चुनाव हुआ तब वाराणसी जिले में 13 विधानसभा क्षेत्र थे लेकिन तब वाराणसी जिला भदोही और चंदौली को भी समेटे था।
कुल मतदाता : 317337
पुरुष मतदाता :1,74,349
महिला मतदाता : 1,44,062
| जाति | मतदाता |
| पटेल | 80 हजार |
| भूमिहार | 70 हजार |
| ब्राह्मण | 55 हजार |
| यादव | 45 हजार |
नील रतन सिंह पटेल अपना दल (एस)
उम: 45
शिक्षा : 12वीं
पीएम का विकास कार्य, सपा का भ्रष्टाचार प्रमुख मुद्दा रहा।
पंचकोसी का रामेश्वर पड़ाव यही पड़ता है। यहां खेती किसानी के अलावा बुनकारी का काम होता है।
Followed