सीट का इतिहास: पूर्व में बलरामपुर लोकसभा क्षेत्र में आने वाला यह विधानसभा क्षेत्र अब गोण्डा लोकसभा क्षेत्र में आता है। इस क्षेत्र की मुस्लिम आबादी अधिकतर महानगरों तथा अरब देशों में रहकर कमाई करती है। वर्तमान में यह सीट भाजपा के कब्जे में है। इससे पहले यह सीट सपा के कब्जे में थी।
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जाति |
मतदाता |
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मुस्लिम |
124 हजार |
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वर्मा |
55 हजार |
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यादव |
45 हजार |
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कोरी |
40 हजार |
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कंहार, गौड़, निषाद व अन्य |
33 हजार |
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ब्राहमण |
30 हजार |
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पासी |
25 हजार |
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वैश्य |
25 हजार |
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ठाकुर |
20 हजार |
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चमार, सोनकर व अन्य |
10 हजार |
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कायस्थ व अन्य |
8 हजार |
राप्ती नदी की बाढ़ से इस क्षेत्र में प्रतिवर्ष भारी तबाही होती है। क्षेत्र में रेलवे लाइन का अभाव है। अच्छे उच्च तथा तकनीकी शिक्षण संस्थान नहीं हैं। बिजली, पानी व स्वास्थ्य की बेहतर सेवाएं नहीं हैं।
उतरौला नगर का दुखहरण नाथ शिवालय अतिप्राचीन व आस्था का केंद्र है। बजाज चीनी मिल तथा पॉवर प्लांट क्षेत्र को विशिष्ट बनाता है। आर्थिक रूप से समृद्ध होने के कारण क्षेत्र को मिनी मुंबई भी कहा जाता है।
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