इस विधानसभा से यूपी के प्रथम मुख्यमंत्री डॉ. संपूर्णानंद चुनाव लड़ते थे। यहां कांग्रेस वामपंथियों के अलावा भगवा ब्रिगेड का लंबे समय से कब्जा है। सात बार के विधायक रहे श्यामदेव राय चौधरी का टिकट काटकर नीलकंठ तिवारी को दिया गया था। वह लंबे समय से भाजपा से जुड़े रहे। क्षेत्र में काशी का विश्वनाथ मंदिर, गंगा घाट है। इसी क्षेत्र में बनारसी साड़ी और मिठाइयों का कारोबार अधिक होता है। शहर दक्षिणी विधानसभा क्रांतिकारियों, स्वतंत्रता सेनानियों और बनारस के विकास के लिहाज से रही है सबसे उर्वरा विधानसभा। इसी विधानसभा ने आजादी के भारतीय गणतंत्र में यूपी का पहला मुख्यमंत्री दिया। आजादी से पहले यूनाइटेड प्राविंसियल के सीएम की कुर्सी भी शहर दक्षिणी ने ही दिया। ऐसी महान शख्शियत का नाम है डॉ. संपूर्णानंद। संपूर्णानंद जिन्होंने काशी के विकास को एक नया स्वरूप दिया। काशी की धरोहर काशी के पक्के घाट का पुनर्निर्माण अगर किसी ने कराया।
कुल मतदाता : 2,79,322
पुरुष मतदाता : 1,57,497
महिला मतदाता : 1,23,777
| जाति | मतदाता |
| ब्राह्मण | 80 हजार |
| मल्लाह | 60 हजार |
| बनिया | 50 हजार |
| मुस्लिम | 40 हजार |
| बंगाली | 35 हजार |
डॉ. नीलकंठ तिवारी (भाजपा)
उम्र : 45
शिक्षा : पीएचडी
प्रधानमंत्री के काम के अलावा सपा का भ्रष्टाचार व विकास मुद्दा रहा।
इसी क्षेत्र में काशी का विश्वनाथ मंदिर, गंगा घाट है। इसी क्षेत्र में बनारसी साड़ी और मिठाइयों का कारोबार अधिक होता है।
Followed