Amar Ujala Samwad: अमर उजाला संवाद हरियाणा का हिस्सा बनेंगे अरशद वारसी, सिनेमा और करियर पर करेंगे बात
Haryana Amar Ujala Samwad 2025: आज यानी 17 दिसंबर को अमर उजाला संवाद कार्यक्रम हरियाणा के गुरुग्राम में होगा। अभिनेता अरशद वारसी भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बनेंगे और सिनेमा पर बात करेंगे। जानिए अरशद के बारे में…
विस्तार
अमर उजाला संवाद इस बार हरियाणा के गुरुग्राम में पहुंचा है। यहां 17 दिसंबर यानी आज बुधवार को खेल, सिनेमा और राजनीति जगत के तमाम दिग्गज शामिल होंगे। इन्हीं में से एक हैं अभिनेता अरशद वारसी। अरशद वारसी आज शाम 4:15 पर अमर उजाला संवाद कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस दौरान वो सिनेमा और अपने करियर को लेकर बात करेंगे। जानते हैं अरशद वारसी के करियर, सफर और उनके बारे में…
कैसा बीता बचपन
अरशद वारसी का जन्म 19 अप्रैल 1968 को मुंबई में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था, लेकिन उनकी जिंदगी की शुरुआत आसान नहीं थी। एक इंटरव्यू में अरशद ने बताया था कि 14 साल की उम्र में ही उनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया। उनके पिता को हड्डी का कैंसर हुआ और मां भी दो साल के भीतर चल बसीं। नासिक के बार्न्स बोर्डिंग स्कूल में पढ़ाई कर रहे अरशद को पैसे की कमी के कारण 10वीं के बाद स्कूल छोड़ना पड़ा। 17 साल की उम्र में अरशद मुंबई की सड़कों पर कॉस्मेटिक्स बेचने वाले सेल्समैन बन गए। एक इंटरव्यू में उन्होंने उन्होंने कहा था कि मैं घर-घर जाकर लाली-लिपस्टिक बेचता था। उस वक्त सोचा भी नहीं था कि एक दिन फिल्मों में काम करूंगा। बाद में उन्होंने फोटो लैब में काम किया और डांस में रुचि जगने पर एक डांस ग्रुप जॉइन किया। उनकी प्रतिभा ने उन्हें 1991 में भारतीय डांस प्रतियोगिता जितवाई और 21 साल की उम्र में विश्व डांस चैंपियनशिप में चौथा स्थान हासिल किया।
ऐसे हुई बॉलीवुड में शुरुआत, सर्किट से मिली पहचान
डांस ग्रुप ज्वॉइन करने के बाद अरशद वारसी ने 1993 में फिल्म 'रूप की रानी चोरों का राजा' के टाइटल ट्रैक को कोरियोग्राफ किया। जबकि एक्टिंग में अरशद के करियर की शुरुआत साल 1996 में अमिताभ बच्चन की कंपनी एबीसीएल की फिल्म 'तेरे मेरे सपने' से हुई।फिल्म से जुड़ा एक किस्सा साझा करते हुए अरशद ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरे पास पोर्टफोलियो के लिए पैसे नहीं थे। मैंने कुछ घटिया फोटोज जया बच्चन को भेज दी थीं। बाद में जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसी फोटोज देखकर भी आपने मुझे क्यों चुना तो जया जी ने कहा कि हर फोटो में तुम्हारे चेहरे के भाव अलग थे। मुझे लगा, यह लड़का कुछ कर सकता है। अरशद की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रही। लेकिन अरशद के करियर का टर्निंग प्वाइंट बनी साल 2003 में आई फिल्म ‘मुन्नाभाई एमबीबीएस’। संजय दत्त स्टारर इस फिल्म में अरशद वारसी ने सर्किट की भूमिका निभाई थी, जो आगे चलकर उनकी पहचान बन गई।
शाहरुख के साथ ‘किंग’ में नजर आएंगे अरशद
वर्कफ्रंट की बात करें तो अरशद पिछली बार फिल्म ‘जॉली एलएलबी 3’ में नजर आए थे। वहीं उनके अपकमिंग प्रोजेक्ट्स पर नजर डालें तो उनकी झोली में बड़ी फिल्में हैं। एक तरफ वो ‘वेलकम टू द जंगल’ जैसी कॉमेडी फिल्म कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ वो शाहरुख खान की एक्शन फिल्म ‘किंग’ में भी नजर आने वाले हैं।