सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Entertainment ›   Bollywood ›   delhi high court up 77 web series release stay plea vikas dubey wife legal controversy ott news

मुश्किल में विकास दुबे के एनकाउंटर से प्रेरित सीरीज 'यूपी 77', दिल्ली हाईकोर्ट ने सरकार से मांगा जवाब

एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला Published by: हिमांशु सोनी Updated Tue, 23 Dec 2025 04:22 PM IST
सार

Delhi HC Asks Centre to Reply To Plea: कुख्यात अपराधी विकास दुबे के एनकाउंटर से प्रेरित बताई जा रही सीरीज 'यूपी 77' कानूनी शिकंजे में फंस गई है। सीरीज पर रोक लगाने की याचिका पर हाईकोर्ट ने सरकार और फिल्म के मेकर्स से जवाब मांगा है। 

विज्ञापन
delhi high court up 77 web series release stay plea vikas dubey wife legal controversy ott news
विकास दुबे एनकाउंटर से प्रेरित यूपी 77 - फोटो : एक्स
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर से जुड़ी वेब सीरीज 'यूपी 77' रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है। इस मच अवेटेड सीरीज को लेकर अब मामला दिल्ली हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। विकास दुबे की पत्नी द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने केंद्र सरकार और वेब सीरीज के निर्माताओं से जवाब मांगा है। याचिका में मांग की गई है कि इस सीरीज की रिलीज पर रोक लगाई जाए, क्योंकि यह कथित तौर पर विकास दुबे के जीवन पर आधारित है।
Trending Videos


मंगलवार को मामले में हुई सुनवाई 
मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति सचिन दत्ता की पीठ ने इस मामले में नोटिस जारी करते हुए सभी पक्षों से अपना पक्ष रखने को कहा। कोर्ट ने साफ किया कि वह सभी दलीलें सुनने के बाद ही कोई अंतिम फैसला लेगा। मामले की अगली सुनवाई बुधवार को निर्धारित की गई है, जहां यह तय हो सकता है कि सीरीज की रिलीज पर रोक लगेगी या नहीं।
विज्ञापन
विज्ञापन


बताया जा रहा है कि ‘यूपी 77’ को 25 दिसंबर को वेव्स ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया जाना है। रिलीज से ठीक पहले इस तरह का कानूनी विवाद सामने आने से मेकर्स की मुश्किलें बढ़ गई हैं। याचिकाकर्ता का कहना है कि इस वेब सीरीज के जरिए एक ऐसे व्यक्ति की कहानी को दिखाया जा रहा है, जिसे लेकर अब भी कानूनी और सामाजिक संवेदनाएं जुड़ी हुई हैं। साथ ही, परिवार की निजता और सम्मान को ठेस पहुंचने की आशंका भी जताई गई है।

पुलिस एनकाउंटर में मारा गया था विकास दुबे
गौरतलब है कि विकास दुबे वही नाम है, जिसने साल 2020 में पूरे देश को हिला दिया था। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मामले में वह मुख्य आरोपी था। लंबे समय तक फरार रहने के बाद उसने उज्जैन में आत्मसमर्पण किया था। इसके बाद जब उसे मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश लाया जा रहा था, उसी दौरान पुलिस एनकाउंटर में उसकी मौत हो गई। पुलिस का दावा था कि वाहन पलटने के बाद उसने भागने की कोशिश की, जिसके बाद यह कार्रवाई हुई।

इस एनकाउंटर को लेकर उस समय भी कई सवाल उठे थे और आज भी यह मामला लोगों की यादों में ताजा है। ऐसे में विकास दुबे के जीवन से प्रेरित बताई जा रही वेब सीरीज पर आपत्ति जतना कई लोगों को स्वाभाविक लग रहा है। याचिका में यह भी कहा गया है कि किसी आपराधिक मामले को मनोरंजन का जरिया बनाना समाज पर गलत प्रभाव डाल सकता है।

कोर्ट का अंतरिम रोक लगाने से इनकार
वहीं, कोर्ट ने फिलहाल कोई अंतरिम रोक लगाने से इनकार करते हुए कहा है कि पहले सभी पक्षों की बात सुनी जाएगी। केंद्र सरकार और वेब सीरीज के निर्माता अब अपना पक्ष रखेंगे, जिसके बाद कोर्ट तय करेगा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए। अब सबकी नजरें बुधवार की सुनवाई पर टिकी हैं। अगर कोर्ट रिलीज पर रोक लगाता है, तो यह ओटीटी कंटेंट और सच्ची घटनाओं पर आधारित वेब सीरीज के लिए एक बड़ा कानूनी उदाहरण बन सकता है। वहीं, अगर रिलीज को हरी झंडी मिलती है, तो यह बहस और तेज हो सकती है कि अपराध और अपराधियों की कहानियों को किस हद तक दिखाया जाना चाहिए।
विज्ञापन
विज्ञापन
सबसे विश्वसनीय Hindi News वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें मनोरंजन समाचार से जुड़ी ब्रेकिंग अपडेट। मनोरंजन जगत की अन्य खबरें जैसे बॉलीवुड न्यूज़, लाइव टीवी न्यूज़, लेटेस्ट हॉलीवुड न्यूज़ और मूवी रिव्यु आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़
 
रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें अमर उजाला हिंदी न्यूज़ APP अपने मोबाइल पर।
Amar Ujala Android Hindi News APP Amar Ujala iOS Hindi News APP
विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed