Heer Express Movie Review: परिवार के साथ सुकून से देखें हीर एक्सप्रेस, पहली ही फिल्म में दिविता का कमाल अभिनय
Heer Express Review: इन दिनाें सिनेमाघरों में फिल्म ‘हीर एक्सप्रेस’ प्रदर्शित हो रही है। यह फिल्म आशुतोष राणा, गुलशन ग्रोवर और संजय मिश्रा जैसे बेमिसाल कलाकारों से भरपूर है। इनके अलावा दिविता जुनेजा इससे डेब्यू कर रही हैं। जानें कैसी है फिल्म…

विस्तार
निर्देशक उमेश शुक्ला की फिल्म ‘हीर एक्सप्रेस’ इस शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। एक्शन और गाली-गलौज से भरपूर फिल्मों के इस दौर में लंबे समय बाद कोई ऐसी फिल्म आई है जिसे सुकून से परिवार के साथ बैठकर देखा जा सकता है। यहां जानिए कैसी है फिल्म ‘हीर एक्सप्रेस’...

कहानी
फिल्म की कहानी है हीर वालिया (दिविता जुनेजा) की, जो पंजाब में अपने मामा (गुलशन ग्रोवर और संजय मिश्रा) के साथ रहती है। हीर घुड़सवारी करने से लेकर, खाना बनाने और गाड़ियां ठीक करने तक हर तरह के काम करना जानती है। वहीं दोनों मामा मिलकर हीर की मां प्रीत के नाम पर ढाबा, फार्म और गैराज चलाते हैं। एक दिन ढाबे में लंदन से ओलिविया (सारा लॉकेट) आती है। वो हीर की कुकिंग से प्रभावित होकर हीर को लंदन में अपने इंडियन रेस्टोरेंट की कमान संभालने का ऑफर देती है।
लंदन पहुंचकर हीर की मुलाकात रोहन अहूजा (प्रीत कमानी) से होती है। दोनों एक दूसरे की मदद करते हैं और दोस्त बन जाते हैं। ओलिविया के घर पहुंचने के बाद हीर की मुलाकात उसके पति टीजे (आशुतोष राणा) से होते है। इसके बाद हीर, ओलिविया और टीजे के रेस्टोरेंट का काम संभालना शुरू कर देती है। टीजे का नालायक बेटा दूसरे बिजनेस में काफी नुकसान करवा देता है। ऐसे में हीर के रेस्टोरेंट को भी बंद करने की नौबत आ जाती है। अब हीर इस रेस्टोरेंट को बचाने के लिए क्या करेगी? क्या टीजे और हीर के बीच कोई रिश्ता है? यह सब आपको फिल्म देखकर पता चलेगा।

अभिनय
फिल्म में सभी कलाकारों ने कमाल का अभिनय किया है। फिर चाहे वो दिग्गज अभिनेता आशुतोष राणा हो या फिर अपनी पहली ही फिल्म में काम कर रहीं दिविता। दिविता की मासूमियत और उनके प्यार से बोलने का अंदाज आपको कई दिनों तक याद रह जाएगा। उन्हें देखकर कहीं नहीं लगता कि यह उनकी पहली फिल्म है। आशुतोष राणा ने हमेशा की तरह दमदार अभिनय किया है। संजय मिश्रा और गुलशन ग्राेवर ने फिल्म में कॉमेडी का तड़का दिया है। दोनों कहीं-कहीं थोड़ा लाउड लगते हैं पर इनका काम ठीक है। प्रीत कमानी के अभिनय में सच्चाई है। बाकी कलाकारों ने ठीक-ठाक अभिनय किया है।

'ओह माय गॉड' और '102 नॉट आउट' जैसी फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर उमेश शुक्ला ने इस बार बड़े सितारों को छोड़कर युवाओं पर भरोसा जताया है। 'हीर एक्सप्रेस' के जरिए उन्होंने परिवार के साथ देखने लायक बेहद ही साफ-सुथरी फिल्म बनाई है। पहले हाफ में फिल्म खूबसूरत लगती है। पंजाब के गांव और वहां की खूबसूरती के अच्छे से पेश किया गया है। दूसरे हाफ में परिवार की ताकत और देशभक्ति का जज्बा पेश किया गया है। हालांकि, इसका क्लाइमैक्स बेहतर हो सकता था।

‘बागी 4’ जैसी फिल्मों के दौर में अगर एक धीमी गति से चलते वाली शांत फिल्म देख सकते हैं तो इसे जरूर देखें। इस फिल्म को परिवार के साथ देखने के लिए ही बनाया गया है।