{"_id":"6944d43b7466f8ae83043838","slug":"mrs-deshpande-web-series-review-madhuri-dixit-priyanshu-chatterjee-siddharth-chandekar-released-on-jio-hotstar-2025-12-19","type":"wiki","status":"publish","title_hn":"Mrs Deshpande Review: पलक झपकाने का नहीं मिलेगा मौका, ग्रे शेड में छाईं माधुरी; कहानी ने अभिनय में झोंक दी जान","category":{"title":"Movie Reviews","title_hn":"मूवी रिव्यूज","slug":"movie-review"}}
Mrs Deshpande Review: पलक झपकाने का नहीं मिलेगा मौका, ग्रे शेड में छाईं माधुरी; कहानी ने अभिनय में झोंक दी जान
सार
Mrs Deshpande Web Series Review: माधुरी दीक्षित की वेब सीरीज 'मिसेज देशपांडे' 19 दिसंबर यानी आज ओटीटी पर रिलीज हो गई है। इस क्राइम-थ्रिलर सीरीज के कुल 6 एपिसोड्स एक साथ रिलीज हुए हैं। सीरीज देखना चाहते हैं तो एक बार जरूर पढ़ लें इसका रिव्यू।
विज्ञापन
मिसेज देशपांडे
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
Movie Review
मिसेज देशपांडे
कलाकार
माधुरी दीक्षित
,
प्रियांशु चटर्जी
,
सिद्धार्थ चांदेकर
,
कविन दवे
,
दीक्षा जुनेजा
,
प्रदीप वेलंकर
और
निमिशा नायर
लेखक
नागेश कुकुनूर
और
रोहित बनावलीकर
निर्देशक
नागेश कुकुनूर
निर्माता
एलेहे हिपटूला
,
मोइज तरवाड़ी
और
अप्लॉज एंटरटेनमेंट
रिलीज
19 दिसंबर 2025
रेटिंग
4/5
विस्तार
हर कातिल कत्ल के पीछे कोई ना कोई सबूत छोड़ जाता है लेकिन यहां माजरा थोड़ा उल्टा है। यहां कातिल बताकर जाता है कि मारने वाला वही था। इस सीरीज में पलक झपकाने का समय नहीं मिलेगा क्योंकि हर पल कोई ना कोई नया मोड़ आ जाता है यानी ट्विस्ट और टर्न की भरमार के मामले में तो पूरे नंबर मिलने चाहिए। आखिर तक पता नहीं चल पाएगा कि आखिर कातिल है कौन। हर क्राइम-थ्रिलर की ही तरह ये सीरीज भी सस्पेंस और मर्डर मिस्ट्री की परतें एक-एक कर खोलती है। आखिर कैसी है इसकी कहानी, अभियन और बाकी की चीजें, चलिए जानते हैं इसके रिव्यू में।
Trending Videos
माधुरी दीक्षित
- फोटो : एक्स
कहानी
कहानी है एक सीरियल किलर की, जो मुंबई में एक के बाद एक कत्ल किए जा रहा है और हत्या करने का तरीका एक जैसा ही है। सभी को रस्सी से दम घोंटकर मारा जाता है। सीरीज की कहानी शुरु होती है ऐसे ही मुंबई में एक्टर विराट मल्होत्रा के कत्ल से। पुलिस कमिश्नर अरुण खत्री मौका-ए-वारदात पर पहुंचते हैं। कत्ल करने के तरीके को देखते हुए कमिश्नर की शक की सुई सीधा जाती है हैदराबाद के जेल में कैद सीमा देशपांडे उर्फ मिसेज देशपांडे उर्फ जीनत पर। जीनत पिछले 25 साल से जेल में बंद है। उसने पुणे में आठ मर्डर किए थे और हत्या का तरीका बिल्कुल वैसा ही जैसा कि मुंबई का सीरियल किलर कर रहा है।
अब यही से शुरु होती है कहानी, कमिश्नर मुंबई की इस गुत्थी को सुलझाना चाहते हैं इसलिए वो मिसेज देशपांडे के बारे में हैदराबाद की जेल में फोन करके पूछते हैं। मिसेज देशपांडे अपना नाम जीनत रखकर जेल में बंद है। जब जीनत को पता चलता है कि मुंबई में कोई सीरियल किलर घूम रहा है तो वो कमिश्नर की मदद करने की बात कहती है। इसके बाद जीनत को अनऑफिशियली इस केस को सुलझाने के लिए कमिश्नर हैदराबाद की जेल से बाहर निकलवाकर एक सुरक्षित जगह पर रखते हैं। इस केस की जिम्मेदारी सौंपी जाती है एसीपी तेजस को, जो मुंबई में अपनी बीवी और नाना के साथ रहता है। क्या सभी कत्लों के पीछे मिसेज देशपांडे का ही हाथ था? अगर नहीं तो आखिर कौन मुंबई में एक के बाद एक लोगों को मौत के घाट उतारे जा रहा है, ये जानने के लिए आपको सीरीज देखनी होगी।
कहानी है एक सीरियल किलर की, जो मुंबई में एक के बाद एक कत्ल किए जा रहा है और हत्या करने का तरीका एक जैसा ही है। सभी को रस्सी से दम घोंटकर मारा जाता है। सीरीज की कहानी शुरु होती है ऐसे ही मुंबई में एक्टर विराट मल्होत्रा के कत्ल से। पुलिस कमिश्नर अरुण खत्री मौका-ए-वारदात पर पहुंचते हैं। कत्ल करने के तरीके को देखते हुए कमिश्नर की शक की सुई सीधा जाती है हैदराबाद के जेल में कैद सीमा देशपांडे उर्फ मिसेज देशपांडे उर्फ जीनत पर। जीनत पिछले 25 साल से जेल में बंद है। उसने पुणे में आठ मर्डर किए थे और हत्या का तरीका बिल्कुल वैसा ही जैसा कि मुंबई का सीरियल किलर कर रहा है।
अब यही से शुरु होती है कहानी, कमिश्नर मुंबई की इस गुत्थी को सुलझाना चाहते हैं इसलिए वो मिसेज देशपांडे के बारे में हैदराबाद की जेल में फोन करके पूछते हैं। मिसेज देशपांडे अपना नाम जीनत रखकर जेल में बंद है। जब जीनत को पता चलता है कि मुंबई में कोई सीरियल किलर घूम रहा है तो वो कमिश्नर की मदद करने की बात कहती है। इसके बाद जीनत को अनऑफिशियली इस केस को सुलझाने के लिए कमिश्नर हैदराबाद की जेल से बाहर निकलवाकर एक सुरक्षित जगह पर रखते हैं। इस केस की जिम्मेदारी सौंपी जाती है एसीपी तेजस को, जो मुंबई में अपनी बीवी और नाना के साथ रहता है। क्या सभी कत्लों के पीछे मिसेज देशपांडे का ही हाथ था? अगर नहीं तो आखिर कौन मुंबई में एक के बाद एक लोगों को मौत के घाट उतारे जा रहा है, ये जानने के लिए आपको सीरीज देखनी होगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
माधुरी दीक्षित
- फोटो : एक्स
अभिनय
एक्टिंग की बात करें तो मिसेज देशपांडे उर्फ जीनत के रूप में माधुरी दीक्षित का एक ऐसा अवतार देखने को मिलता है जो कि इससे पहले कभी नहीं देखा होगा। आपने माधुरी को अब तक रोमांटिक, चुलबुली, भोली भाली महिला के रूप में अक्सर पर्दे पर देखा है लेकिन इस सीरीज में उनका एक अलग ही रूप देखने को मिलता है। ग्रे शेड अवतार में माधुरी ने साबित कर दिया है कि उनके अभिनय में काफी रंग हैं। जिस गहराई से उन्होंने अपने किरदार को पर्दे पर उतारा है, एक भी पल के लिए ऐसा नहीं लगता कि हम मिसेज देशपांडे को नहीं, बल्कि माधुरी को स्क्रीन पर देख रहे हैं। इस किरदार के लिए माधुरी ने काम किया है, ये साफ-साफ झलकता है।
उनके अलावा कमिश्नर के किरदार में हैं प्रियांशु चटर्जी जिन्हें आपने इससे पहले कई फिल्मों और सीरीज में देखा है। प्रियांशु की बात करें तो उनके किरदार में दिखाने के लिए कुछ खास था नहीं। उन्हें देखकर वाव फैक्टर नहीं आता लेकिन ठीक-ठीक तरीके से उन्होंने भी खुद को पर्दे पर उतारा है। इंस्पेक्टर तेजस के किरदार में सिद्धार्थ चांदेकर भी सीरीज की जान कहे जा सकते हैं। उनके किरदार में भी अलग-अलग फ्लेवर हैं जिन्हें देखकर आपको उनके अभिनय की प्रतिभा का अंदाजा होता है। एक गंभीर पुलिसवाला जो हर हाल में शहर में बुराई फैला रहे अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाना चाहता है। वो अपनी पत्नी को समय नहीं दे पाता क्योंकि ज्यादातर समय वो अंडरकवर मिशन्स पर ही रहता है। सिद्धार्थ चांदेकर इस सीरीज के सरप्राइज फैक्टर निकलते हैं। उनके अलावा दीक्षा जुनेजा और निमिशा नायर ने भी अपने-अपने किरदारों से पूरी जस्टिस करने की कोशिश की है लेकिन सिर्फ कोशिश ही कहेंगे क्योंकि वहां देखकर लगता है कि थोड़ा अनुभव और गहराई अभिनय में लाई जाती तो ज्यादा बेहतर होता। कुल मिलाकर अभिनय के दम पर सीरीज के ज्यादातर कलाकारों ने काफी प्रभावित किया है। कुछ सरप्राइज लेकर पर्दे पर आते हैं तो माधुरी जैसे एक्टर्स ने अपने अनुभव का अच्छे से इस्तेमाल किया है।
एक्टिंग की बात करें तो मिसेज देशपांडे उर्फ जीनत के रूप में माधुरी दीक्षित का एक ऐसा अवतार देखने को मिलता है जो कि इससे पहले कभी नहीं देखा होगा। आपने माधुरी को अब तक रोमांटिक, चुलबुली, भोली भाली महिला के रूप में अक्सर पर्दे पर देखा है लेकिन इस सीरीज में उनका एक अलग ही रूप देखने को मिलता है। ग्रे शेड अवतार में माधुरी ने साबित कर दिया है कि उनके अभिनय में काफी रंग हैं। जिस गहराई से उन्होंने अपने किरदार को पर्दे पर उतारा है, एक भी पल के लिए ऐसा नहीं लगता कि हम मिसेज देशपांडे को नहीं, बल्कि माधुरी को स्क्रीन पर देख रहे हैं। इस किरदार के लिए माधुरी ने काम किया है, ये साफ-साफ झलकता है।
उनके अलावा कमिश्नर के किरदार में हैं प्रियांशु चटर्जी जिन्हें आपने इससे पहले कई फिल्मों और सीरीज में देखा है। प्रियांशु की बात करें तो उनके किरदार में दिखाने के लिए कुछ खास था नहीं। उन्हें देखकर वाव फैक्टर नहीं आता लेकिन ठीक-ठीक तरीके से उन्होंने भी खुद को पर्दे पर उतारा है। इंस्पेक्टर तेजस के किरदार में सिद्धार्थ चांदेकर भी सीरीज की जान कहे जा सकते हैं। उनके किरदार में भी अलग-अलग फ्लेवर हैं जिन्हें देखकर आपको उनके अभिनय की प्रतिभा का अंदाजा होता है। एक गंभीर पुलिसवाला जो हर हाल में शहर में बुराई फैला रहे अपराधियों को कड़ी सजा दिलवाना चाहता है। वो अपनी पत्नी को समय नहीं दे पाता क्योंकि ज्यादातर समय वो अंडरकवर मिशन्स पर ही रहता है। सिद्धार्थ चांदेकर इस सीरीज के सरप्राइज फैक्टर निकलते हैं। उनके अलावा दीक्षा जुनेजा और निमिशा नायर ने भी अपने-अपने किरदारों से पूरी जस्टिस करने की कोशिश की है लेकिन सिर्फ कोशिश ही कहेंगे क्योंकि वहां देखकर लगता है कि थोड़ा अनुभव और गहराई अभिनय में लाई जाती तो ज्यादा बेहतर होता। कुल मिलाकर अभिनय के दम पर सीरीज के ज्यादातर कलाकारों ने काफी प्रभावित किया है। कुछ सरप्राइज लेकर पर्दे पर आते हैं तो माधुरी जैसे एक्टर्स ने अपने अनुभव का अच्छे से इस्तेमाल किया है।
माधुरी दीक्षित
- फोटो : एक्स
निर्देशन
इस सीरीज का निर्देशन नागेश कुकुनूर ने किया है जिन्होंने 'आशांए', 'इकबाल' जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया है। निर्देशन के मामले में सीरीज में काफी गहराई और सटीकता डाली गई है। एक-एक सीन को पर्दे पर दिखाने के लिए मेहनत की गई है। डायरेक्शन के मामले में नागेश ने जबरदस्त तरीके से स्टोरी लाइन को दिखाया है। हर एपिसोड की शुरुआत में बीते समय का फ्लैशबैक जोड़ा गया है, जिससे एपिसोड देखने की दिलचस्पी पैदा हो जाती है और फिर आपको लगता है कि पूरा एपिसोड देखकर ही चैन की सांस ले पाएंगे। नागेश ने निर्देशन के साथ-साथ इस सीरीज की कहानी भी लिखी है जो तारीफ के काबिल है।
इस सीरीज का निर्देशन नागेश कुकुनूर ने किया है जिन्होंने 'आशांए', 'इकबाल' जैसी फिल्मों को डायरेक्ट किया है। निर्देशन के मामले में सीरीज में काफी गहराई और सटीकता डाली गई है। एक-एक सीन को पर्दे पर दिखाने के लिए मेहनत की गई है। डायरेक्शन के मामले में नागेश ने जबरदस्त तरीके से स्टोरी लाइन को दिखाया है। हर एपिसोड की शुरुआत में बीते समय का फ्लैशबैक जोड़ा गया है, जिससे एपिसोड देखने की दिलचस्पी पैदा हो जाती है और फिर आपको लगता है कि पूरा एपिसोड देखकर ही चैन की सांस ले पाएंगे। नागेश ने निर्देशन के साथ-साथ इस सीरीज की कहानी भी लिखी है जो तारीफ के काबिल है।
माधुरी दीक्षित
- फोटो : एक्स
कमजोरी
सीरीज की कमजोरी की बात करें तो बहुत ढूंढना और सोचना पड़ेगा कि क्या कमी बताई जाए। कहां पर सीरीज कमजोर पड़ी ये सोचना पड़ता है। हालांकि कुछ सीन ऐसे हैं जिन्हें देखकर आप डॉट कनेक्ट नहीं कर पाते। पहले के एक या दो एपिसोड की कहानी में दिलचस्पी धीरे-धीरे बनना शुरू होती है। नए-नए किरदारों की एंट्री होती है जिससे थोड़ा बहुत वक्त को लगता है सीरीज से कनेक्ट करने में। एक मात्र यही एक ऐसा फैक्टर लगता है जो थोड़ा बहुत कमजोर लगे।
सीरीज की कमजोरी की बात करें तो बहुत ढूंढना और सोचना पड़ेगा कि क्या कमी बताई जाए। कहां पर सीरीज कमजोर पड़ी ये सोचना पड़ता है। हालांकि कुछ सीन ऐसे हैं जिन्हें देखकर आप डॉट कनेक्ट नहीं कर पाते। पहले के एक या दो एपिसोड की कहानी में दिलचस्पी धीरे-धीरे बनना शुरू होती है। नए-नए किरदारों की एंट्री होती है जिससे थोड़ा बहुत वक्त को लगता है सीरीज से कनेक्ट करने में। एक मात्र यही एक ऐसा फैक्टर लगता है जो थोड़ा बहुत कमजोर लगे।
माधुरी दीक्षित
- फोटो : एक्स
देखें या नहीं देखें?
सीरीज का मजबूत पक्ष और कमजोरियां, दोनों आपके सामने रख दी गई हैं। कहानी दमदार है, निर्देशन और स्क्रीन प्ले में भी कमाल का काम किया गया है। अभिनय में जान डाली गई है। अगर आप क्राइम-थ्रिलर, सस्पेंस, मिस्ट्री इस जोनर के फैन हैं तो आपको ये सीरीज काफी पसंद आने वाली है। अगर आप एक अच्छा कंटेंट देखना चाहते हैं जिसे देखकर आपको ऐसा ना लगे कि आपने अपना समय बेकार किया तो भी आपको सीरीज जरूर देखनी चाहिए।
सीरीज का मजबूत पक्ष और कमजोरियां, दोनों आपके सामने रख दी गई हैं। कहानी दमदार है, निर्देशन और स्क्रीन प्ले में भी कमाल का काम किया गया है। अभिनय में जान डाली गई है। अगर आप क्राइम-थ्रिलर, सस्पेंस, मिस्ट्री इस जोनर के फैन हैं तो आपको ये सीरीज काफी पसंद आने वाली है। अगर आप एक अच्छा कंटेंट देखना चाहते हैं जिसे देखकर आपको ऐसा ना लगे कि आपने अपना समय बेकार किया तो भी आपको सीरीज जरूर देखनी चाहिए।