सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Entertainment ›   Sholay The Final Cut Watch This Iconic Cult Film For Dharmendra And A Lifetime Memory Gabbar Owns The Screen

Sholay- The Final Cut: 50 साल बाद भी कम नहीं हुआ गब्बर का खौफ, धर्मेंद्र को ट्रिब्यूट देने के लिए देखें फिल्म

Aradhya Tripathi आराध्य त्रिपाठी
Updated Fri, 12 Dec 2025 06:27 PM IST
सार

Sholay The Final Cut Review: सिनेमाघरों में एक बार फिर गब्बर का खौफ और जय-वीरू की मस्ती देखने को मिल रही है। जानिए 12 दिसंबर को रिलीज हुई ‘शोले: द फाइनल कट’ में क्या कुछ है नया और ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं…

विज्ञापन
Sholay The Final Cut Watch This Iconic Cult Film For Dharmendra And A Lifetime Memory Gabbar Owns The Screen
शोले द फाइनल कट - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

भारतीय सिनेमा की सबसे कल्ट-क्लासिक फिल्म ‘शोले’ तो आप सभी ने देखी होगी। कई सिने प्रेमियों ने तो फिल्म को कई-कई बार देखा होगा। हालांकि, 80 के दशक के बाद की पैदाइश वाले लोगों ने इस फिल्म को या तो टीवी, वीएलसी प्लेयर पर देखा है या फिर अपने लैपटॉप और मोबाइल पर। लेकिन अब जेन जी जेनेरेशन से लेकर हर शख्स के पास मौका है ‘शोले’ को और बेहतर क्वालिटी में सिनेमाघरों में बड़े पर्दे पर देखने का।

Trending Videos

जी हां, क्योंकि साल 1975 में रिलीज हुई फिल्म के 50 साल पूरे होने पर मेकर्स ने इस कल्ट फिल्म को फिर से सिनेमाघरों में रिलीज किया है, वो भी 4K प्रिंट और डॉल्बी साउंड के साथ। इस बार फिल्म को ‘शोले: द फाइनल कट’ के नाम से रिलीज किया गया है। क्योंकि इस बार फिल्म जितनी शूट हुई थी, उतनी पूरी ही रिलीज की गई है। यानी इस फाइनल कट में आपको कई वो सीन भी देखने को मिलेंगे, जो अब तक रिलीज हुई शोले में नहीं हैं। इसमें अहमद की मौत और फिल्म का क्लाईमैक्स तक शामिल हैं। जानते हैं क्यों है ये फाइनल कट और फिल्म में क्या-क्या दिखेगा नया…

विज्ञापन
विज्ञापन

Sholay The Final Cut Watch This Iconic Cult Film For Dharmendra And A Lifetime Memory Gabbar Owns The Screen
शोले द फाइनल कट - फोटो : सोशल मीडिया

इमरजेंसी के वक्त में रिलीज हुई थी ‘शोले’, सेंसर बोर्ड ने हटवा दिए थे कई सीन 
शोले 15 अगस्त 1975 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। उस वक्त देश में इमरजेंसी का माहौल था। नतीजन न चाहते हुए भी निर्देशक रमेश सिप्पी को फिल्म में कई बदलाव करने पड़े थे। यहां तक कि फिल्म में दिखाया गया क्लाईमैक्स भी वो नहीं है, जिसे सलीम-जावेद ने असल में लिखा था। फिल्म के असली क्लाईमैक्स में ठाकुर (संजीव कुमार) गब्बर (अमजद खान) को अपने कील वाले जूतों से कुचलकर मार डालता है। लेकिन सेंसर बोर्ड ने उस समय इस क्लाईमैक्स को अत्यधिक हिंसक बताते हुए इसे बदलने को कहा। जिसके बाद रमेश सिप्पी को न चाहते हुए भी क्लाईमैक्स को बदलना पड़ा, जिसमें ठाकुर गब्बर को मारता नहीं बल्कि पुलिस के हवाले कर देता है। इसके अलावा भी कई सीन ऐसे थे, जिन्हें सेंसर बोर्ड ने अधिक हिंसक बताकर हटवा दिया था। जबकि कई सीन को फिल्म की अवधि अधिक लंबी होने की वजह से मेकर्स ने खुद बाहर कर दिया था।

Sholay The Final Cut Watch This Iconic Cult Film For Dharmendra And A Lifetime Memory Gabbar Owns The Screen
शोले द फाइनल कट - फोटो : सोशल मीडिया

फाइनल कट में दिखेंगे ये बदलाव
अब जब मेकर्स ने फिर से फिल्म को ‘शोले: द फाइनल कट’ के नाम से रिलीज किया है, तो इसमें आपको वो सभी सीन भी देखने को मिलेंगे, जिन्हें उस वक्त सेंसर ने हटवा दिया था। या फिर जिन सीन को मेकर्स ने खुद लंबी अवधि की वजह से हटा दिया था। यही कारण है कि इस बार फिल्म लगभग 19 मिनट लंबी हो गई है। पहले जहां शोले की अवधि 190 मिनट यानी लगभग 3 घंटे 10 मिनट की थी। वहीं अब ये बढ़कर 209.05 मिनट यानी 3 घंटे 29 मिनट और 5 सेकंड हो गई है। इस बार जिन सीन में बदलाव हुआ है उनमें रहीम चाचा (एके हंगल) के बेटे अहमद (सचिन पिलगांवकर) के मारने का सीन शामिल है। फाइनल कट में दिखाया गया है कि कैसे अहमद को गब्बर गर्म तलवार से जला-जलाकर मारता है। रिलीज के वक्त सेंसर ने इस सीन को भी अत्यधिक हिंसक बताते हुए हटवा दिया था। इसके अलावा इस बार फिल्म का क्लाईमैक्स बदला है। इस बार वो क्लाईमैक्स है, जो सलीम-जावेद ने लिखा था। यानी फाइनल कट में ठाकुर गब्बर को पुलिस के हवाले न करके अपनी कील वाले जूतों से मार-मारकर जान से मार देता है।

Sholay The Final Cut Watch This Iconic Cult Film For Dharmendra And A Lifetime Memory Gabbar Owns The Screen
शोले द फाइनल कट - फोटो : यूट्यूब ग्रैब

धर्मेंद्र और असरानी को ट्रिब्यूट
‘शोले: द फाइनल कट’ के जरिए आप लीजेंड्री एक्टर धर्मेंद्र को एक ट्रिब्यूट दे सकते हैं। निधन के बाद पहली बार धर्मेंद्र इस फिल्म के जरिए बड़े पर्दे पर नजर आएंगे। जहां आप उन्हें उनके यादगार डायलॉग्स और सीन को करते देख पाएंगे। फिल्म की शुरुआत में धर्मेंद्र और असरानी समेत फिल्म से जुड़े उन सभी कलाकारों को मेकर्स ने श्रद्धांजलि दी है, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे। हालांकि, मेकर्स ने जब इस फाइनल कट की घोषणा की थी, तब किसी को नहीं पता था कि ये धर्मेंद्र के लिए एक ट्रिब्यूट बन जाएगी। क्योंकि मेकर्स फिल्म की री-रिलीज को जय-वीरू की मौजूदगी में बड़े इवेंट में करने वाले थे। रिपोर्ट्स की मानें तो इसके लिए अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र दोनों ने ही अपनी स्वीकृति भी दे दी थी। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। धर्मेंद्र के निधन के चलते मेकर्स ने फिल्म से जुड़ा इवेंट भी कैंसिल कर दिया।

Sholay The Final Cut Watch This Iconic Cult Film For Dharmendra And A Lifetime Memory Gabbar Owns The Screen
शोले द फाइनल कट - फोटो : यूट्यूब ग्रैब
क्यों देखें ‘शोले: द फाइनल कट’
कई लोगों के मन में ये सवाल भी है कि जब फिल्म की पूरी कहानी और सबकुछ पता ही है, तो फिर फिल्म को सिनेमाघरों में क्यों देखने जाएं? तो इसका सीधा सा जवाब है कि अब तक जिस फिल्म के किस्से और कहानियां आपने सुने हैं। जिस फिल्म को टीवी, लैपटॉप और मोबाइल पर कई बार देखा है, अब 4K वर्जन में उसका मजा लेने के लिए इसे सिनेमाघरों में देखें। जेन जी जेनेरेशन पहली बार पर्दे पर गब्बर का खौफ, जय-वीरू की मस्ती और बसंती की अठखेलियों को देख पाएंगे। शोले का जो एक औरा है, अगर आप उसे महसूस करना चाहते हैं, तो आप इसे सिनेमाघरों में देखें।
जब आप इसे बड़े पर्दे पर सिनेमाहॉल में लोगों के बीच बैठकर देखेंगे तब महसूस कर सकेंगे कि वाकई में शोले क्यों भारतीय सिनेमा की एक कल्ट फिल्म मानी जाती है। ये शोले की ही ताकत है कि 50 साल बाद भी जब आप फिल्म को सिनेमाघरों में देखेंगे, तो गब्बर का खौफ उतना ही डराएगा और अंत में जय की मौत हर किसी की आंखों में पानी ला देगी। यही वजह है कि 50 साल बाद भी फिल्म को लेकर उतना ही क्रेज बना हुआ है। मेरे हिसाब से ‘शोले: द फाइनल कट’ को एक मौका तो जरूर मिलना चाहिए। सिनेमाघरों में जाइए और अपने लिए एक खूबसूरत याद बनाकर आइए।
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all Entertainment news in Hindi related to bollywood, television, hollywood, movie reviews, etc. Stay updated with us for all breaking news from Entertainment and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed