Fact Check : भारत में बांग्लादेश का झंडा बेच रहे शख्स को पीटने का दावा गलत, पड़ताल में पढ़ें सच
Fact Check: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि बांग्लादेश के झंडा लिए एक व्यक्ति को एक अन्य शख्स पीट रहा है। वीडियो को शेयर कर भारत का बताया जा रहा है। हमारी पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ है।
विस्तार
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में नजर आ रहा है कि एक व्यक्ति बांग्लादेश झंडे बेच रहा है। इसी बीच अचानक एक व्यक्ति झंडा बेच रहे शख्स को मारने लागता है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में बांग्लादेश का झंडा बेचने वाले को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवान ने पीटा है।
अमर उजाला ने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को गलत पाया है। हमने पाया है कि यह वीडियो भारत का नहीं, बल्कि पड़ोसी देश बांग्लादेश का है। दरअसल, ढाका में नेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश बनाम सिंगापुर अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल मैच के दौरान सेना के एक जवान ने गलती से एक झंडा विक्रेता पर लाठीचार्ज कर दिया। बांग्लादेश की सेना ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर खेद व्यक्त किया और झंडा विक्रेता को मुआवजे के तौर पर एक लाख टका दान दिया है।
क्या है दावा
सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है, जिसमें झंडा बेचने वाले को एक व्यक्ति पीट रहा है। दावा किया रहा है कि यह व्यक्ति भारत में बांग्लादेश का झंड़ा बेच रहा था।
देशी ठग (@desi_thug1) नाम के एक्स यूजर ने लिखा “अब्दुल पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी झंडा बेच रहा था.. बीएसएफ कांस्टेबल ने उसे बेहतरीन इलाज दिया....।” पोस्ट का लिंक आप यहां और आर्काइव लिंक यहां देख सकते हैं।

इसी तरह के कई अन्य दावों के लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं। इनके आर्काइव लिंक आप यहां और यहां देख सकते हैं।
पड़ताल
इस दावे की पड़ताल करने के लिए हमने सबसे पहले वीडियो के कीफ्रेम को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। इस दौरान हमें ढाका पोस्ट की एक रिपोर्ट मिली। रिपोर्ट में हमें वायरल वीडियो देखने को मिला। यह रिपोर्ट 12 जून 2025 को प्रकाशित की गई थी। इसमें बताया गया है कि सेना के लाठीचार्ज से पीड़ित झंडा विक्रेता को 10 लाख टका दिया है।
इसके बाद हमने वायरल वीडियो के बारे में कीवर्ड से सर्च किया। इस बीच हमें रुपाली बांग्लादेश की एक रिपोर्ट मिली। रुपाली बांग्लादेश एक न्यूज पोर्टल है जो बांग्लादेश की स्थानिय खबरों को प्रकाशित करता है। रिपोर्ट में बताया गया है कि बांग्लादेश सेना ने एक झंडा विक्रेता को एक लाख टका दिया है, जिस पर नेशनल स्टेडियम में एएफसी एशियाई कप क्वालीफायर मैच के दौरान ड्यूटी के दौरान गलती से लाठीचार्ज किया गया था।
आगे की पड़ताल में हमें डैली जनकन्था की एक रिपोर्ट मिली। डेली जनकांठा ढाका, बांग्लादेश से प्रकाशित एक बंगाली दैनिक समाचार पत्र है। रिपोर्ट में बताया गया है कि ढाका में बांग्लादेश-सिंगापुर मैच के दौरान स्टेडियम के बाहर बड़ी संख्या में दर्शक जमा हो गए, जिनमें से अधिकांश के पास टिकट नहीं थे। गेट नंबर 4 के सामने से लोगों के एक समूह ने बिना टिकट के अंदर घुसने की कोशिश की, जिसके बाद वे गेट से घुस गए और अफरा-तफरी मच गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस बीच गलती से सेना के एक जवान ने झंडा विक्रेता पर लाठीचार्ज कर दिया।
यहां से साफ होता है कि यह वीडियो भारत का नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश का है, जहां एक झंडा विक्रता पर गलती से सेना के एक जवान ने लाठीचार्ज कर दिया था।
पड़ताल का नतीजा
हमने अपनी पड़ताल में वायरल दावे को झूठा पाया है। वायरल वीडियो का भारत से कोई सबंध नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश का है।